Sonbhadra (Uttar Pradesh): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह को यूपी के सोनभद्र पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने इस गिरोह के मास्टरमाइंड यशवंत नाम के शख्स को भी गिरफ्तार किया है।
वह स्वास्थ्य विभाग में जन्म और मृत्यु आंकड़ा अनुभाग में स्टेट कोआर्डिनेटर है। उसकी तैनाती संविदा कर्मचारी के रूप में है।
माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा श्री मनोहर लाल का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले गिरोह के 05 सदस्य गिरफ्तार- pic.twitter.com/wqIinVLUhM
— Sonbhadra Police (@sonbhadrapolice) March 3, 2023
---विज्ञापन---
कर्मचारी ने दर्ज कराई थी शिकायत
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि सीएमओ कार्यालय लखनऊ के जन्म-मृत्यु डेटा असिस्टेंट मनोज कुमार ने पुलिस को शिकायत दी थी। इस बाबत पन्नूगंज थाने में केस भी दर्ज किया गया था।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
आरोपियों की पहचान प्रशांत मौर्य, मोनू शर्मा उर्फ शिवानंद शर्मा, अंसार अहमद, मोहम्मद कैफ अंसारी और यशवंत नाम के रूप में हुई है। सोनभद्र पुलिस ने उनके कब्जे से चार लैपटॉप और सात मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा
दरअसल, यशवंत लखनऊ में स्वास्थ्य भवन के जन्म और मृत्यु सांख्यिकी अनुभाग में राज्य समन्वयक के रूप में काम करता है। वह सीआरएस पोर्टल की आईडी और पासवर्ड देता था। उसने फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए आरोपियों को भी पासवर्ड दिया।
जिसके बाद इनके मोबाइल नंबर को उस आईडी पर रजिस्टर्ड कर दिया। इससे आरोपियों को लॉगइन करते समय ओटीपी भी मिल गया। इसकी सहायता से वे प्रमाण पत्र बनाने का काम करते थे।
अनजान शख्स ने वॉट्सऐप किया था डिटेल
यशवंत ने कहा कि 2 फरवरी को एक अनजान शख्स ने वॉट्सऐप पर एक डिटेल भेजी थी। डिटेल के अनुसार, मनोहर लाल पुत्र हरवंश लाल निवासी 719 न्यू प्रेम नगर, पोस्ट प्रेम नगर करनाल हरियाणा पिन- 132001…का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाना था। इसके लिए पैसे भी दिए गए थे।
फर्जी प्रमाण पत्र बनाया क्यों गया?
गिरोह ने अपने फर्जीवाड़ा का खुलासा किया। हालांकि यह नहीं बताया कि उन्हें हरियाणा मुख्यमंत्री का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए जिस शख्स ने कहा था, वह कौन है? उसकी मंशा क्या थी? इसका पता लगाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: हरियाणा में ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों पर लाठीचार्ज, पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर शुरू किया धरना