Morbi Tragedy: गुजरात के मोरबी में हैंगिंग ब्रिज हादसे की पूरी कहानी सामने आई है। पुल के पास चाय बेचने वाले एक चश्मदीद ने पूरी कहानी बताई है। चश्मदीद के मुताबिक, मैं हर रविवार को वहां चाय बेचता हूं। रविवार शाम को भी चाय बेचने गया था। पुल के टूटने के बाद मैंने देखा कि लोग केबल से लटक रहे थे और फिर नीचे गिर गए।
चश्मदीद ने कहा कि हादसे के बाद मैं घर लौटा लेकिन मुझे नींद नहीं आई और फिर मैं घटनास्थल पर पहुंचा, पूरी रात लोगों की मदद की। चश्मदीद ने कहा कि पुल से लटकने और गिरने के बाद एक गर्भवती महिला की भी मौत हो गई। महिला 7-8 महीने की गर्भवती थी, ये दिल दहला देने वाला था। चश्मदीद ने कहा कि इससे भयानक कुछ भी मैंने अपनी जिंदगी में नहीं देखा।
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एक अन्य चश्मदीद हसीना ने कहा कि मैं हादसे को शब्दों में बयां नहीं कर सकती। मरने वालों में बच्चे भी शामिल थे। मैंने मदद के लिए पुकार रहे लोगों को अपने परिवार के सदस्यों के रूप में देखा और उनकी मदद की। मैंने शवों को अस्पताल ले जाने के लिए अपना वाहन भी दिया। हसीना ने कहा कि मैंने इतना भयानक हादसा कभी नहीं देखा।
गुजरात के मोरबी जिले में माछू नदी में रविवार शाम झूला पुल गिरने से अब तक 141 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। सेना, एनडीआरएफ की टीमों ने अब तक 177 लोगों को बचाया है। गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है, जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने को कहा है।
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए नौसेना के 7 गोताखोर तैनात
बचाव अभियान चलाने के लिए भारतीय नौसेना के सात गहरे गोताखोरों को तैनात किया गया है। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि धारा 304, 308 और 114 के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति घटना की जांच करेगी।
बचाव अभियान चलाने के लिए रात भर काम किया: हर्ष संघवी
भारतीय सेना, एनडीआरएफ की टीमों द्वारा बचाव अभियान जारी
बचाव कार्य अभी भी जारी है। भारतीय सेना भी तड़के करीब तीन बजे मौके पर पहुंच गई। एनडीआरएस और एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर मौजूद थीं।
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