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दिल्ली

NEET UG 2025: परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक मशीन खराब होने से छात्र परेशान, साल बर्बाद होने का सता रहा डर

Delhi Ncr: NEET UG का आयोजन रविवार को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक देश भर के विभिन्न केंद्रों में किया गया था। परीक्षा देने के लिए बड़ी संख्या में छात्र पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों केंद्रों पर लापरवाही देखने को मिली। बताया जा रहा है कि इस बार परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक मशीन की व्यवस्था की गई थी, जो कई बार बंद हो गई।

Author Edited By : Md Junaid Akhtar Updated: May 4, 2025 23:09
Neet UG-2025
Neet UG-2025

Delhi News: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से रविवार को NEET UG 2025 का आयोजन देशभर के 550 शहरों के करीब पांच हजार केंद्रों पर करवाया गया। पिछले वर्ष नीट यूजी एग्जाम में हुई गड़बड़ियों के चलते इस बार एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में परीक्षा का आयोजन करवाया गया था, लेकिन इस दौरान सैकड़ों केंद्रों पर लापरवाही देखने को मिली। बताया जा रहा है कि इस बार परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक मशीन की व्यवस्था की गई थी, जो कई बार बंद हो गई। बायोमेट्रिक के चलते सैकड़ों बच्चों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। कई केंद्रों पर बच्चों की भीड़ के चलते और परीक्षा का समय होने पर बायोमेट्रिक नहीं लिया गया था। जिसके बाद से बच्चों को रिजल्ट को लेकर संशय बना हुआ है। बच्चों का कहना है कि ऐसे में उनकी एक साल की मेहनत का क्या होगा।

कई केंद्रों पर हुई बायोमेट्रिक मशीन खराब

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बताया जा रहा है कि दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत अन्य कई राज्यों में रविवार देर शाम तक यही स्थिति बनी रही। ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर स्थित NEET UG परीक्षा देने पहुंची प्रीति ने बताया कि बायोमेट्रिक मशीन के चलते बच्चों को काफी परेशानी हुई। कई बार बायोमेट्रिक खराब भी हो गया। इस बीच परीक्षा का समय होने पर उन्हें और अन्य करीब 300 बच्चों को बिना बायोमेट्रिक लिए उन्हें ऐसे ही परीक्षा देने भेज दिया गया। जब उन्होंने परीक्षा देदी तो टीचर ने पहले कॉपी नहीं ली। टीचर ने उनसे कहा कि होलोग्राम  के बाद उसे लिया जाएगा। प्रीति ने बताया कि उन्होंने टीचर से कहा कि बायोमेट्रिक खराब होने पर उन्हें ऐसे ही परीक्षा देने भेज दिया गया। ऐसे में अब होलोग्राम कैसे आएगा। इसके बाद टीचरों ने कुछ देर आपस में बात की और फिर भी बच्चों से कॉपी लेली।

छात्रों के सवालों का जवाब नहीं दे सका प्रबंधन

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NEET UG का आयोजन रविवार को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक देश भर के विभिन्न केंद्रों में किया गया था। परीक्षा देने के लिए बड़ी संख्या में छात्र पहुंचे। नियम यह है कि बायोमेट्रिक के अनुसार, छात्रों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाना था, हालांकि कुछ छात्रों के बायोमेट्रिक लेने के बाद, यह कहा गया था कि मशीन खराब है, जिसके बाद प्रवेश पत्र के साथ प्रवेश दिया गया था और यह कहा गया था कि मशीन को ठीक करने का बायोमेट्रिक लिया जाएगा, लेकिन यह नहीं किया गया था। परीक्षा के बाद भी, जब बायोमेट्रिक नहीं लिया गया था, तो छात्रों ने जवाब मांगा। प्रबंधन इस बारे में कोई जवाब नहीं दे सका। कई शहरों के परीक्षा केंद्रों पर इसके चलते छात्रों ने हंगामा भी किया।

होलोग्राम को लेकर परेशान रहे छात्र 

परीक्षा के बाद भी, जब बायोमेट्रिक नहीं लिया गया था, तो छात्रों ने जवाब मांगा। प्रबंधन इस बारे में कोई जवाब नहीं दे सका। जब छात्रों ने बायोमेट्रिक के लिए जोर दिया, तो यह कहा गया कि बायोमेट्रिक उपस्थिति के बिना स्वीकार किया जाएगा, जबकि यह एनईईटी के नियमों के अनुसार नहीं हो सकता है। परीक्षा देने के लिए पहुंची छात्रा प्रीति ने बताया कि परीक्षा में एडमिट कार्ड पर एक होलोग्राम स्थापित करने की एक प्रक्रिया भी है, जब उन्होंने सेंटर इन -चार्ज से शिकायत की, तो संतोष जनक जवाब नहीं मिल पाया।

हमारा साल होगा बर्बाद

परीक्षा केंद्र में मौजूद छात्र लगातार बायोमेट्रिक प्रक्रिया को पूरा करने के लिए प्रबंधन की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि यदि बायोमेट्रिक प्रक्रिया नहीं हुई, तो यह माना जाएगा कि हमारा बायोमेट्रिक मैच नहीं किया गया था और हमें अनुपस्थित माना जाएगा। ऐसी स्थिति में, हमारे द्वारा लिए गए कागज का परिणाम जारी नहीं किया जाएगा। छात्रों द्वारा यह भी आरोप लगाया जाता है कि जब केंद्र प्रभारी ने कहा था कि कोई समस्या नहीं होगी, तो उन्हें बताया गया कि उन्हें यह लिखित रूप में देना चाहिए।

बायोमेट्रिक नहीं है तो NEET UG के नियम क्या हैं?

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET UG से पहले बायोमेट्रिक को अनिवार्य कर दिया है, ताकि परीक्षा की शुद्धता को बनाए रखा जा सके। यदि किसी छात्र के पास परीक्षा से पहले बायोमेट्रिक मैच नहीं है, तो उसे परीक्षा में बैठने से भी इनकार किया जा सकता है। यदि बाद में बायोमेट्रिक में गड़बड़ी की बात की जाती है, तो एनटीए इसे कॉपी करने के प्रयास के रूप में देख सकता है और संबंधित छात्र के परिणाम को भी रोक सकता है। ऐसी स्थिति में, छात्र परेशान हैं, क्योंकि उनके मामले में बायोमेट्रिक्स नहीं लिया गया था, छात्रों का कहना है कि ऐसी स्थिति में, परीक्षा हॉल में उनकी उपस्थिति पर विचार नहीं किया जाएगा।

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Edited By

Md Junaid Akhtar

First published on: May 04, 2025 10:56 PM

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