Delhi Police: दिल्ली के नांगलोई इलाके में 11 साल की बच्ची की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में वारदात के 12 दिन बाद 21 साल के आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, हत्या का सही मकसद अभी सामने नहीं आया है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बच्ची की गुमशुदगी के दिन (9 फरवरी) उसकी मां के मोबाइल पर किसी अनजान नंबर से फोन आया था। वारदात वाले दिन सुबह करीब 11.50 बजे बच्ची की मां के फोन पर मिस्ड कॉल आया। जब उन्होंने मिस्ड कॉल वाले नंबर पर फोन किया तो नंबर स्विच ऑफ मिला।
बच्ची के परिजन ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
मिस्ड कॉल आने और नंबर स्विच ऑफ मिलने के बाद बच्ची के परिवार ने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए वारदात के 12 दिन बाद 21 साल के आरोपी रोहित उर्फ विनोद को धर दबोचा। पुलिस ने बताया कि बच्ची के परिजन ने 10 फरवरी को गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
मिस्ड कॉल की जानकारी के बाद पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए मोबाइल नंबर का पता लगाया। इसके बाद पुलिस ने पंजाब और मध्य प्रदेश में छापेमारी की। छापेमारी के बाद आरोपी को 21 फरवरी को पकड़ लिया गया। पूछताछ में उसने अपना अपराध कबूल लिया है।
आरोपी पुलिस टीम को उस स्थान पर ले गया जहां उसने शव को फेंका था। इसके बाद घटनास्थल की जांच के लिए एक फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर आरोपी को अदालत में पेश किया। कोर्ट ने आगे की पूछताछ के लिए आरोपी को पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस के मुताबिक, हत्या का मकसद अभी सामने नहीं आया है।
आरोपी ने पुलिस को दी ये जानकारी
पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि उसने 9 फरवरी को लड़की की हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद उसने शव को मुंडका गांव के घेवरा मोड़ के पास फेंक दिया था। पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी 9 फरवरी को सुबह करीब साढ़े सात बजे स्कूल के लिए निकली थी। शाम तक जब वह घर नहीं लौटी तो परिजन पुलिस के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई थी।