Delhi News: दिल्ली पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गैंग के लोग दिल्ली जल बोर्ड का अधिकारी बनकर लोगों के साथ ठग करते थे। दक्षिण पश्चिम जिला साइबर पुलिस ने इस गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने इस तरह से कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। यह गैंग झूठे मैसेज भेजकर लोगों को उनके पानी के कनेक्शन कटने की जानकारी देता था और मैसेज में दिए खास नंबर पर कॉल करने को कहता था। फिलहाल, पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
पानी का कनेक्शन कटने का मैसेज
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि इस गिरोह के तीनों सदस्यों ने खुद को दिल्ली जल बोर्ड का अधिकारी बताया और लोगों को ठगा। यह पूरा गिरोह एक सिस्टम का पालन करते हुए बड़ी शातिर तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसाता था। पहले तो गिरोह की तरफ से लोगों के पास एक मैसेज भेजा जाता था, जिसमें मीटर की रीडिंग अपडेट न होने और पानी का कनेक्शन कटने की बात कही जाती थी।
दिल्ली पुलिस के @dcp_southwest के साइबर थाने की टीम ने दिल्ली जल बोर्ड के नाम पर साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को अपनी गिरफ्त में लिया।
आरोपी फर्जी मैसेज भेजकर पानी कनेक्शन काटे जाने की धमकाते थे
---विज्ञापन---आरोपी .APK फाइल भेजकर फर्जी भुगतान करवाते थे और… pic.twitter.com/VovIFPWVzG
— Delhi Police (@DelhiPolice) June 2, 2025
इसके बाद अधिक जानकारी के लिए मैसेज में दिए एक खास नंबर पर कॉल करने को कहा जाता था। जैसे ही कोई व्यक्ति उस नंबर पर कॉल करता था, आरोपी उन्हें एक खतरनाक ऐप .APK फाइल डाउनलोड करने के लिए मजबूर करते थे। आरोपी कहते थे कि यह ऐप उनकी मीटर रीडिंग को अपने आप अपडेट कर देगा।
कब सामने आया मामला?
इस गिरोह का पर्दाफाश तब हुआ जब आरके पुरम के रहने वाले लक्ष्मण अग्रवाल ने पुलिस में इस धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई। लक्ष्मण अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक मैसेज मिला और उन्होंने इसे असली मानकर दिए गए नंबर पर कॉल कर लिया। फोन पर उन्हें एक अधिकारी ने ‘दिल्ली जल बोर्ड ऐप’ इंस्टॉल करने को कहा, जिसके लिए सिर्फ उन्हें 12 रुपये का छोटा सा भुगतान करना था। जैसे ही उन्होंने भुगतान करने के लिए अपने बैंक की डिटेल्स ऐप में डाली, वैसे ही उनके खाते से 38,161 रुपये निकाल लिए गए।
झारखंड और पश्चिम बंगाल में 7 दिन तक चली छापेमारी
दक्षिण पश्चिम जिला साइबर पुलिस ने तुरंत शिकायत पर एक्शन लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने टेक्निकल एनालिसिस के जरिए आरोपियों के ठिकानों का पता लगाया। इसके बाद पुलिस की टीम ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में 7 दिन तक छापेमारी की। फिर पुलिस ने जामताड़ा से रवि मंडल, देवघर से रमेश कुमार मंडल और गिरिडीह से महेंद्र कुमार मंडल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को आरोपियों के पास से 13 स्मार्टफोन, एक टैबलेट और धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए कई सारे SIM कार्ड बरामद हुए हैं।
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पुलिस को आरोपियों के पास क्या मिला?
इसके अलावा पुलिस ने इन लोगों के पास से दिल्ली जल बोर्ड के ग्राहकों की कॉन्टेक्ट लिस्ट वाली एक्सेल शीट, कई तरह के धोखाधड़ी वाले .APK फाइल्स और कई पीड़ितों की संवेदनशील बैंकिंग जानकारी जैसे क्रेडिट कार्ड विवरण और पासवर्ड भी मिले हैं। पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों के खिलाफ नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर 35 साइबर क्राइम मामले हैं।