नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने शुक्रवार को यमुना एक्शन प्लान -3 के अंतर्गत विकसित किये जा रहे कोंडली वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट ( WWTP) का दौरा किया। सोमनाथ भारती ने दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरे के दौरान सोमनाथ भारती ने प्लांट के ट्रीटमेंट एरिया और निर्माण स्थल का निरीक्षण किया।
5 मई 2023 से चालू हो जाएगा
दिल्ली जल बोर्ड कोंडली WWTP को 4 फेज में अपग्रेड कर रहा है। डीजेबी उपाध्यक्ष ने मीडिया की मौजूदगी में इस वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से निकले शोधित (ट्रीट ) पानी के सैंपल देखते हुए कहा कि इस प्लांट में निर्धारित मापदंडो से भी उच्च स्तर पर पानी का शोधन किया जा रहा है। सोमनाथ भारती ने कोंडली WWTP को स्वच्छ यमुना की दिशा में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का एक बड़ा कदम बताते हुए कहा कि कोंडली WWTP फेज 2 का काम जल्द ही पूरा होने वाला है और प्लांट का ये फेज 5 मई से चालू हो जाएगा।
50 फीसदी क्षमता से काम कर रहा है
कोंडली WWTP फेज 4 सितंबर तक अपनी पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर देगा। कोंडली WWTP की क्षमता 45 एमजीडी है। इस प्लांट का फेज 4 अभी 50 फीसदी क्षमता से काम कर रहा है। कोंडली WWTP में रोजाना कुल 90 एमजीडी सीवेज का शोधन होगा।
सितंबर में फेज – 4 होगा चालू
प्लांट के निरीक्षण के दौरान सोमनाथ भारती ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 2 सपने हैं एक 2025 तक दिल्ली वासियों को यमुना में डुबकी लगाने का मौका देना और दूसरा हर दिल्लीवासी को नल के जरिए 24 घंटे शुद्ध पानी देना। इन सपनों को पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार, दिल्ली जल बोर्ड और आम आदमी पार्टी के विधायक लगातार प्रयासरत है। इसी सपने को लेकर आज मैं कोंडली वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने आया हूं। सोमनाथ भारती ने बताया कि यमुना एक्शन प्लान – 3 के तहत कोंडली वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का 4 फेज में अपग्रेडेशन किया जा रहा है।
सीवेज शोधन का काम शुरू कर दिया जाएगा
इस प्लांट के फेज -1 और फेज – 3 की क्षमता 10 -10 एमजीडी है। जिनका शोधित / ट्रीटेड पानी निर्धारित मानकों से भी बेहतर है। शोधित पानी का बीओडी 10 /10 और टीएसएस (टोटल सस्पेंडेड सॉलिड्स) 10/10 के मानकों से भी उच्च स्तर का है। सोमनाथ भारती ने बताया कि कोंडली WWTP फेज 2 का काम जल्द ही पूरा होने वाला है और 5 मई से इस फेज में सीवेज शोधन का काम शुरू कर दिया जाएगा और फेज – 2 भी अपनी पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर देगा। कोंडली WWTP फेज 2 की क्षमता 25 एमजीडी है।
अपग्रेडेशन का काम अंतिम चरण में है
इस प्लांट के फेज 4 के अपग्रेडेशन का काम अंतिम चरण में है। कोंडली WWTP फेज 4 सितंबर तक अपनी पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर देगा। कोंडली WWTP फेज 4 की क्षमता 45 एमजीडी है। इस प्लांट का फेज 4 अभी 50 फीसदी क्षमता से काम करना शुरू कर चुका है। कोंडली WWTP में रोजाना कुल 90 एमजीडी वेस्ट वाटर का शोधन होगा। सोमनाथ भारती ने कहा कि इस प्लांट में शोधित होने वाला सीवेज तय मानकों से भी बेहतर होगा।
प्लांट का 90 एमजीडी शोधित पानी होगा रियूज
इस प्लांट का निरीक्षण करने के दौरान सोमनाथ भारती ने बताया कि प्लांट से निकलने वाले शोधित पानी को रियूज करने के लिए भी दिल्ली जल बोर्ड ने अपनी योजना तैयार कर ली है। डीजेबी उपाध्य्क्ष ने कहा कि ट्रीटेड वाटर के लिए दिल्ली जल बोर्ड के पास दो विकल्प है। पहला ट्रीटेड पानी को या तो यमुना में डाल दिया जाए और दूसरा ट्रीटेड/ शोधित पानी का दोबारा इस्तेमाल किया जाए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देशानुसार प्लांट के ट्रीटेड पानी को प्राकृतिक और आर्टिफिशियल झीलों में डालकर भूजल स्तर को बढ़ाया जाएगा। सोमनाथ भारती ने कहा कि कोंडली WWTP के शोधित पानी में से 20 एमजीडी पानी संजय लेक झील में जाएगा।
आर्टिफिकल झीलें बनेंगी
इसी तरह 10 एमजीडी शोधित पानी स्मृति वन तक पहुंचाया जाएगा। अधिकारियों ने 15 जुलाई तक इस काम को ख़त्म करने का निर्देश दिया गया है। वही आर्टिफिकल झीलें बनाकर शेष 60 एमजीडी शोधित पानी को झीलों में डालकर आस – पास का भूजल स्तर बढ़ाया जाएगा। इसके बाद ट्यूबवेल्स लगाकर जमीन से पानी निकाला जाएगा। इस पानी को साफ करने के लिए RO प्लांट्स लगाए जायेंगे और फिर शुद्ध पानी को सिस्टम में लाया जाएगा। इस प्रकार दिल्ली को पेयजल के मामले में आत्मनिर्भर बनाकर दिल्लीवासियों को 24 घंटे पानी की सप्लाई की जा सकेगी।
कोंडली WWTP में 30 और गाज़ीपुर में लगेंगे 35 ट्यूबवेल्स
2025 तक यमुना को साफ करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड पानी के स्रोत विकसित करने और पानी का उत्पादन बढ़ाने पर भी लगातार काम कर रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली जल बोर्ड कोंडली WWTP परिसर में 30 ट्यूब लगाने की योजना प्रस्तावित है। डीजेबी उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने बताया कि ट्यूबवेल्स के पानी को साफ करने के लिए यहां आरओ प्लांट भी लगाया जाएगा। दिल्ली जल बोर्ड ने आरओ प्लांट लगाने के लिए आज टेंडर जारी कर दिया है और 15 जुलाई तक प्लांट लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। गाजीपुर ड्रेन के आस – पास भी 35 नए ट्यूबवेल्स लगाने का प्रस्ताव है।