नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने MCD चुनाव की तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और प्रदेश संयोजक गोपाल राय समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में मंगलवार को एमसीडी चुनाव की तैयारी पर चर्चा के लिए सभी ‘आप’विधायकों की एक केंद्रीय समीक्षा बैठक बुलाई गई।
इसमें एमसीडी चुनाव से संबंधित अहम मुद्दों पर विस्तार में चर्चा की गई। साथ ही चुनावी रणनीतियों के खाखा पर चर्चा की गई। दिल्ली की 250 सीटों पर एमसीडी चुनाव की तैयारी के लिए पदाधिकारियों को अलग-अलग स्तर पर जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
आम आदमी पार्टी ने एमसीडी चुनाव के तहत आज यानी कि 8 नवंबर से ‘कूड़े पर जनसंवाद’ अभियान की शुरुआत कर दी है। इसको लेकर विधायकों को व्यक्तिगत रूप से निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। जनसंवाद के माध्यम से आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी लोगों से कूड़े से जुड़ी समस्याओं को सुनेंगे और उनके समाधान पर चर्चा करेंगे। साथ ही लोगों को भाजपा शासित एमसीडी की दिल्ली को कूड़ा-कूड़ा करने की मंशा से अवगत कराएंगे। दिल्ली के एक-एक व्यक्ति से जमीनी स्तर पर जुड़ने के निर्देश दिए गए।
आम आदमी पार्टी की ओर से भाजपा शासित एमसीडी द्वारा दिल्ली को कूड़ा-कूड़ा करने के मुद्दे पर चुनाव लड़ा जाएगा। 20 नवंबर तक दिल्ली के सभी 13682 बूथों पर जनसंवाद किए जाएंगे। ‘आप’ विधायकों के नेतृत्व में हर दिन लगभग 500 जनसभा करने का निर्णय लिया गया है।
जनसभाओं के आयोजन से संबंधित रणनीति पर चर्चा की गई। ‘आप’ के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता दिल्ली के एक-एक इलाके में जाकर एक-एक व्यक्ति से मिलकर उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश करेंगे। इसके बाद समस्याओं के समाधान पर चर्चा करेंगे।
चुनाव आयोग ने 4 दिसंबर को एमसीडी चुनाव कराने का निर्णय लिया है। 7 दिसंबर को परिणाम आने हैं। पिछले 15 सालों में भाजपा ने दिल्ली वालों की जिंदगी को नर्क बना दिया है। दिल्ली की जनता ने मन बना लिया है कि इसबार एमसीडी में भी अरविंद केजरीवाल की सरकार लगाएंगे।
एमसीडी से भाजपा की विदाई, मतलब दिल्ली से कूड़े का सफाई। एमसीडी चुनाव तहत दिल्ली की जनता को भाजपा के तीन बड़े-बड़े कूड़े के पहाड़ों से छुटकारा दिलाने के उद्देश्य से आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कमर कस ली है।