Delhi CM Rekha Gupta Portfolio: दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता शपथ के बाद से ही एक्शन में हैं। गुरुवार को शपथ समारोह के बाद विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया। सीएम ने वित्त, राजस्व और महिला और बाल विकास जैसे विभाग अपने पास ही रखे हैं। उसके पास 10 कुल 10 विभाग हैं। ऐसे में सीएम रेखा गुप्ता कैबिनेट की सबसे व्यस्त मंत्री होंगी। सीएम के बाद श्रम और रोजगार मंत्री कपिल मिश्रा के पास 6 विभाग हैं। जबकि गृह और बिजली मंत्री आशीष सूद के पास भी 6 विभाग हैं।
सीएम के दावेदार माने जा रहे प्रवेश वर्मा 5 विभाग संभालेंगे। जबकि रविंदर इंद्राज सिंह और पंकज कुमार को तीन-तीन विभाग दिए गए हैं। ऐसे में सीएम रेखा गुप्ता दिल्ली कैबिनेट की सबसे व्यस्त मंत्री होंगी। उनके पास वित्त और नियोजन के अलावा सामान्य प्रशासन विभाग भी हैं। इसके अलावा विजिलेंस और गुप्त सेवाओं से जुड़ी जिम्मेदारी भी सीएम के पास रहेंगी। इसके अलावा वह सभी ऐसे विभाग भी संभालेंगी, जो किसी मंत्री को आवंटित नहीं किए गए हैं।
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सीएम के बाद प्रवेश वर्मा सबसे ताकतवर मंत्री
सीएम के बाद मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा ताकतवर गृह मंत्री आशीष सूद माने जा रहे हैं। उनके पास बिजली, शहरी विकास जैसे मंत्रालय हैं। वहीं सीएम के दावेदार माने जा रहे प्रवेश वर्मा को शिक्षा, पीडब्ल्यूडी और परिवहन विभाग और जल मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है। इससे पहले परिवहन विभाग कैलाश गहलोत के पास था। कपिल मिश्रा को कानून और न्याय मंत्री, श्रम और रोजगार, कला-संस्कृति और पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी मिली है। जबकि पंकज कुमार सिंह को स्वास्थ्य और सूचना प्रौद्योगिकी की जिम्मेदारी मिली है।
सीएम ने मनजिंदर सिंह सिरसा को उद्योग, खाद्य नागरिक और आपूर्ति, वन और पर्यावरण मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। रविंदर इंद्राज सिंह को समाज कल्याण और सहकारिया मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सीएम ने अपने पास क्यों रखे 10 विभाग?
दिल्ली सीएम ने अपने पास ज्यादा विभाग रखें हैं। इसकी कई वजह हैं। पहली वजह दिल्ली में मंत्रियों की संख्या का कम होना है। दिल्ली विधानसभा की संख्या के आधार पर दिल्ली में सीएम समेत 7 मंत्री ही बनाए जा सकते हैं। ऐसे में अन्य मंत्रियों पर जिम्मेदारी कम हो, इसलिए सीएम ने ज्यादा से ज्यादा विभाग अपने पास रखे हैं।
दूसरी वजह राजनीतिक है। पिछली सरकार में जब सीएम केजरीवाल थे तो उनके पास एक भी विभाग नहीं था। ऐसे में आप से कुल अलग करके दिखाने और पार्टी विद् डिफरेंस के नारे को धरातल पर उतारने के लिए सीएम ने 10 मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली है।
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