Air Pollution In Delhi: दिल्लीवासियों को वायु पॉल्यूशन से कोई छुटकारा मिलते नहीं दिख रहा। आज यानी 8 नवंबर को भी दिल्ली के अलग-अलग इलाके में प्रदूषण का स्तर की हवा खराब स्थिति में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सुबह 7 बजे 421 दर्ज किया गया। आनंद विहार, द्वारका, शादीपुर, मंदिर मार्ग, आईटीओ, आर के पुरम, पंजाबी बाग, नॉर्थ कैंपस, मथुरा रोड, रोहिणी, पटपड़गंज, ओखला, इंडिया गेट, मुंडका सहित कई हवाई निगरानी स्टेशनों पर सुबह 6 बजे AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया।
आनंद विहार में AQI 452, आरके पुरम में 433, पंजाबी बाग में 460 और ITO में 413 दर्ज किया गया। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में, ग्रेटर नोएडा 474 AQI के साथ ‘सबसे प्रदूषित’ था, जबकि नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में सुबह 6 बजे हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।
आनंद विहार में 999 तक पहुंचा AQI
कल, रात 10 बजे, दिल्ली के आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रिकॉर्ड 999 तक पहुंच गया, जो ‘खतनाख’ श्रेणी में है। सरकार वायु पॉल्यूशन से निपटने के लिए अलग-अलग नियम लगा रही है, लेकिन इसका प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। दिल्ली सरकार ने प्राइमरी स्कूलों को बंद करने के साथ शहर में ऑड ईवन लागू कर दिया है। हालांकि, इन सब के बाद भी दिल्ली की हवा में लगातार जहर घुल रहा है।
#WATCH | Delhi air quality continues to remain in the 'severe' category as per the Central Pollution Control Board
---विज्ञापन---(Visuals from Kartavya Path, shot at 8.50 am today) pic.twitter.com/q8DXmNA4FS
— ANI (@ANI) November 8, 2023
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को लगाई फटकार
देश की राजधानी में लगातार खराब हो रही हवा को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सरकार को फटकार लगाई। सर्वोच्च न्यायालय ने पंजाब सरकार को खेतों में लगाए जा रहे आग को रोकने के लिए कहा है। साथ ही कोर्ट ने केंद्र की ओर से पेश वकील से कहा कि खेतों में आग से बचने के लिए राज्यों को “वैकल्पिक फसल (धान की) में स्थानांतरित करने” में मदद की जानी चाहिए। न्यायमूर्ति कौल ने कहा, “मुझे नहीं पता कि आपके पास सभी अधिकारी हैं। इस पर हमारे पास शून्य धैर्य का स्तर है।”
#WATCH | | Delhi air quality continues to remain in the 'severe' category as per the Central Pollution Control Board.
(Visuals from Delhi-Gurugram Highway, shot at 7:31 am) pic.twitter.com/3mwns4NFMr
— ANI (@ANI) November 8, 2023
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शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि पटाखों में प्रतिबंधित रसायनों के इस्तेमाल के खिलाफ उसके निर्देश दिल्ली के साथ ही सभी राज्यों पर लागू होते हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने यह फैसला तब सुनाया जब राजस्थान में कुछ पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने और वायु और ध्वनि प्रदूषण को कम करने के अदालत के आदेश को लागू करने का निर्देश देने की मांग की गई थी।
#WATCH | Delhi air quality continues to remain in the 'severe' category as per the Central Pollution Control Board.
(Visuals from Barapullah flyover, shot at 8:15 am) pic.twitter.com/grx3VwSALm
— ANI (@ANI) November 8, 2023
अत्यधिक प्रदूषित क्षेत्रों में की जा रही है जल छिड़काव
दिल्ली में प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए, अत्यधिक प्रदूषित क्षेत्रों में धूल दमनकारी पाउडर के साथ व्यापक जल छिड़काव किया जा रहा है। दिल्ली नागरिक निकाय ने निर्माण और विध्वंस पर प्रतिबंध सुनिश्चित करने के लिए 1,100 से अधिक अधिकारियों सहित 517 निगरानी टीमें तैनात की हैं। दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने कहा कि नगर निकाय ने प्रदूषण के स्तर पर अंकुश लगाने के उपायों को लागू करने के लिए 12 जोनों में से प्रत्येक को 20 लाख रुपये आवंटित किए हैं।