नई दिल्ली: दिल्ली में शिक्षा के केजरीवाल मॉडल पर एक बार फिर बड़ी मुहर लगी है। आप टीचर्स विंग (एएडीटीए) ने अपने पहले शैक्षणिक चुनावों में खाता खोला है। दिल्ली विश्वविद्यालय कार्यकारी परिषद चुनाव में पार्टी ने शुक्रवार को भारी मतों से जीत हासिल की है। एएडीटीए ने कार्यकारी परिषद चुनावों के लिए हिंदू कॉलेज में राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर डॉ सीमा दास को मैदान में उतारा था, जिन्होंने 3100 से अधिक मतों से जीत हासिल की है।
कार्यकारी परिषद का चुनाव हर दो साल में
एएडीटीए के राष्ट्रीय प्रभारी डॉ. आदित्य नारायण मिश्रा ने इस जीत को आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी अकादमिक परिषद के चुनावों में उनके सभी पांचों उम्मीदवारों की जीत तय है। बता दें दिल्ली विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद का चुनाव हर दो साल में होता है। इसमें 70 कॉलेजों के 12 हजार से अधिक शिक्षकों ने 21 सदस्यीय कार्यकारी परिषद के लिए दो शिक्षक प्रतिनिधियों का चुनाव करने के लिए मतदान किया, जो कि विश्वविद्यालय का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है।
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पूरे दिल से वोट और समर्थन मिला
इस जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एएडीटीए के राष्ट्रीय प्रभारी डॉ. आदित्य नारायण मिश्रा ने कहा कि हम विश्वविद्यालय के शिक्षकों को हमारे उम्मीदवारों को पूरे दिल से वोट और समर्थन देने के लिए धन्यवाद देते हैं। कार्यकारी परिषद में डॉ. सीमा दास की जीत एड-हॉक को समाहित करने के मुद्दे की दिशा में काम करने के हमारे संकल्प को मजबूत करेगी। विश्वविद्यालय के घोर निजीकरण मॉडल का विरोध करेगी।
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