रायपुर : खरीफ सीजन 2023 के लिए कुल 12 लाख 21 लाख 917 मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरक का भण्डारण के साथ ही निर्धारित लक्ष्य पूरा हो गया है। राज्य में चालू खरीफ सीजन में 12 लाख 19 हजार मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरक वितरण का लक्ष्य है। किसानों को अब तक 6.57 लाख मेट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का लगभग 54 प्रतिशत है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ सीजन 2023 के लिए 12 लाख 19 हजार मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरक के वितरण का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें यूरिया 6 लाख 32 हजार मेट्रिक टन, डीएपी 2 लाख 40 हजार मेट्रिक टन, एनपीके 72 हजार, पोटाश 45 हजार, सुपर फॉस्फेट 2 लाख 30 हजार मेट्रिक टन शामिल हैं। इस लक्ष्य के विरूद्ध विभिन्न रासायनिक उर्वरकों का बचत स्कंध 5 लाख 84 हजार 363 तथा नवीन आवक 6 लाख 37 हजार 554 मेट्रिक टन को मिलाकर कुल 12 लाख 21 हजार 917 मेट्रिक टन का भण्डारण, मार्कफेड के डबल लाक, सहकारी समिति एवं निजी संस्थानों में कराया गया है, जिसके चलते राज्य में 5 लाख 31 हजार 502 मेट्रिक टन यूरिया, 3 लाख 19 हजार 488 मेट्रिक टन डीएपी, 1 लाख 21 हजार 629 मेट्रिक टन एनपीके, 51 हजार 924 मेट्रिक टन पोटाश तथा 1 लाख 97 हजार 373 मेट्रिक टन सुपर फॉस्फेट का भण्डारण सहकारी एवं निजी क्षेत्रों में हुआ है।
चालू सीजन के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध यूरिया का 84 प्रतिशत, डीएपी का 133 प्रतिशत, एनपीके का 169 प्रतिशत, पोटाश का 115 प्रतिशत तथा सुपर फॉस्फेट का 86 प्रतिशत भण्डारण हुआ है। किसानों को उनकी डिमांड के अनुसार रासायनिक उर्वरकों का वितरण किया जा रहा है। किसानों ने अब तक कुल 6 लाख 56 हजार 876 मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरक का उठाव किया है, जिसमें यूरिया की मात्रा 3 लाख 11 हजार 138 मेट्रिक टन, डीएपी की 01 लाख 89 हजार 993, एनपीके की 44 हजार 805 मेट्रिक टन, पोटाश की 24 हजार 518 तथा सुपर फॉस्फेट की मात्रा 86 हजार 421 मेट्रिक टन है।