रायपुर: धरसीवा के एकमात्र शासकीय पंडित श्यामाचरण शुक्ल महाविद्यालय के बीते कुछ सालों में मानो भाग्य ही खुल गए। राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद से जहां इस कॉलेज की तस्वीर और तकदीर बदली तो वहीं नए पाठ्यक्रम ओर ब्यूटी पार्लर व इलेक्ट्रिशियन के प्रशिक्षण से कई छात्र छात्राएं रोजगार से भी लगे। धरसीवा क्षेत्र की शान बने इस कॉलेज के तेजी से विकसित होने सुविधाओं का भी विस्तार होने में जनभागीदारी समिति के प्रयास सराहनीय रहे उन्होंने बिना किसी खर्च के लाखों की बचत कर विशाल खेल मैदान का भी निर्माण शुरू कराया जो पूर्णता की ओर है।
जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष दुर्गेश वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस नीत भूपेश सरकार का सबसे फोकस इस बात की ओर है कि किसी भी गांव की बालिकाएं उच्च शिक्षा से वंचित न रहें ओर मुख्यमंत्री की इसी मंशा के अनुरूप धरसीवा के शासकीय काले में न सिर्फ सुविधाओ का विस्तार किया गया बल्कि विशाल खेल मैदान का भी निर्माण हो रहा है।
सुविधाओं का विस्तार
जनभागीदारी समिति अध्यक्ष दुर्गेश वर्मा ने बताया कि कालेज में सुविधाओं का विस्तार करते हुए सर्वप्रथम कुलर पंखा एसी एवं इलेक्ट्रानिक्स समान उपलब्ध कराये गए ।
ब्यूटी पार्लर मैकेनिकल का प्रशिक्षण
कॉलेज में छात्र – छात्राओं के लिये स्कील डेवलपमेंट के अंतर्गत जनभगिदारी समिति के प्रयासों से ब्यूटी पार्लर एवं इलेक्ट्रीक मैकेनिकल का प्रशिक्षण भी शुरू किया गया इससे कई छात्र छात्राएं यह प्रशिक्षण लेकर स्वयं के रोजगार से भी लग गई हैं इसके अलावा विभिन्न विषय के छात्र-छात्रों के लिये पहली बार वैल्यू एडेड कोर्स एवं अन्य गतिविधी कोनफेनस के माध्यम से शुरू हुआ एन एस एस एवं संस्कृत विभाग के लिये संगीत का सामान वादक एवं ड्रेस उपलब्न कराया गया विषय के अन्तर्गत जो भी छात्र छात्रायें बाहर भ्रमण के लिये जाते है उन्हें आर्थिक सहयोग की व्यवस्था एवं कालेज के आसपास गहरे हरे गड्डों को मिट्टी से भरवाकर समतल कराने के बाद बेहतरीन गार्डन गाडर्न बनाया व मालि की नियुक्ति की गई। सभी छात्र- छात्राओं अनुशासन पालन हेतु परिचय पत्र प्रदान किये गए कॉलेज परिसर में सुरक्षा कर्मी की भी नियुक्ति की गई।
खेल प्रतिभाओं के लिए विशाल खेल मैदान
महाविद्यालय की छात्राये प्रदेश स्तरीय खेल में भाग लेने जाते है जिसे खेलने के लिये उचित मैदान नहीं एवं छात्र छात्रायें एवं स्टाप कर्मचारी द्वारा पिछले कई वर्षों से मैदान बनाने विचार किया जा रहा था। लेकिन उपयुक्त जगह नहीं होने के कारण मैदान नहीं बन पा रहा था लेकिन जनभागीदारी समिति एवं महाविद्यालय अधो संरचना बैठक रख कर जहा पर राखड का पहाड़ एवं जंगल नुमा जगह है वहा पर खेल मैदान बनाने का निर्णय लिया गया जिस जगह से राखड उड़ कर बिल्डिंग के अंदर आने का बहुत बड़ा समस्या था और यहा से राखड उड़ कर भायनक रूप से गाव की ओर जाता था। जिसे गाव के जनता के द्वारा मौखिक रूप से कॉलेज प्रशासन व जनभागीदारी को अवगत कराया गया था। यह एक बहुत बड़ी समस्या थी उसमें निशुल्क निर्माण हेतु कार्य सौपा गया जिसमें पहाड़ नुमा राखड़ को समतल कर उसके उपर मिट्टी, मुरूम एवं चारों तरफ वृक्षारोपण कर मैदान बनाने का कार्य शुरू किया गया जो अंतिम चरण में है।
जनभगिदारी समिति अध्यक्ष ने बताया कि पूर्व सरकार के समय यहां के मुरम निकालकर फेक्ट्रियो की राखंड डंप की गई थी जो एक बड़ी मुसीबत बनी हुई थी इससे भूजल भी दूषित होने लगा था एवं तेज हवा में उड़कर वह राखड़ आसपास ग्रामीणो को भी मुसीबत बन गई थी। राखड़ से आप पास के ट्युब वेल को पीएचई विभाग के द्वारा भी जांच किया गया है जिसमें पानी दुषित पाया गया है भूजल को दूषित होने से बचाने के साथ ही किस तरह इसे खेल मैदान बनाया जाए इसके लिए जनभागीदारी समिति ने सार्थक प्रयास किये जिसमे कुछ लोगो के विरोध का सामना भी करना पड़ा बाबजूद इसके जनभगिदारी समिति ने विशाल खेल मैदान बनवाया जिसका निर्माण अंतिम चरण में है।
कालेज बिल्डिंग का हुआ कायाकल्प
पंडित श्यामाचरण शुक्ल महाविद्यालय, लगभग 10 एकड़ आबंटित भूमि में है, जिसमें लगभग 1 एकड़ में कालेज बिल्डिंग एवं छात्रावास निर्मित है। 2019-20 में जनभागीदारी समिति के गठन के बाद 9 एकड़ कालेज परिसर जो राखड़ से भरा गड्ढा युक्त क्षेत्र था। कालेज के निरीक्षण के दौरान बिल्डिंग के सामने बड़े-बड़े गड्डे एवं मूलभूत सुविधाओं का अभाव था। अब यहां लगभग सभी सुविधाएं उपलब्ध हुई जनभागीदारी समिति ने निर्णय लिया कि जन सहयोग से छात्र – हित में कार्य करेंगे। कालेज में पीजीडीसीए में 60 सीटें कम्प्यूटर एवं शिक्षक सहित निः शुल्क प्रारंभ हुआ कालेज बिल्डिंग एव परिसर में चित्रकारी एवं पेटिंग का कार्य किया गया है।