रायपुर: छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक की शुरुआत हो गई है। इसके शुभारंभ के दिन बछरू को लॉन्च किया गया। छत्तीसगढ़ में गाय के बछड़े को बछरू कहा जाता है। कार्यक्रम में 36 नंबर की जर्सी और गले में सोहई की माला पहना बछरू छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक की पहचान बनने के साथ-साथ छत्तीसगढ़िया संस्कृति को भी प्रदर्शित कर रहा है। हरेली तिहार के दिन से ही प्रदेश में छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक का शानदार आगाज हुआ।
छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक में लोग बडे़ उत्साह से भाग लेते हैं। खासकर गांवों में इसका अलग ही रौनक देखने को मिलता है। पिछली बार के ओलिंपिक में पूरे प्रदेश में खासा उत्साह देखने को मिला। लोग इस बार भी बढ़कर भाग ले रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय और एकल दो श्रेणी में आयोजित होगी। छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद और कुश्ती शामिल हैं।