---विज्ञापन---

सुकमा के जंगल में सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई, मारे गए कई नक्सली

सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों ने बड़ी कार्रवाई की है। सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में करीब छह नक्सलियों के हताहत होने की संभावना है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि कम से कम चार से छह नक्सली मारे गए हैं। हालांकि घटनास्थल पर कोई शव नहीं मिला है। जंगल […]

Edited By : Gyanendra Sharma | Updated: Jul 29, 2023 19:37
Share :
Sukma forest

सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों ने बड़ी कार्रवाई की है। सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में करीब छह नक्सलियों के हताहत होने की संभावना है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि कम से कम चार से छह नक्सली मारे गए हैं। हालांकि घटनास्थल पर कोई शव नहीं मिला है।

जंगल में शव लेकर भागे नक्सली

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि नक्सली घायल या मारे गए लोगों को जंगलों में खींचने में कामयाब रहे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि चिंतागुफा और किस्टाराम पुलिस थाना क्षेत्र की सीमा पर माओवादियों के गढ़ में स्थित छोटेकेदवाल गांव के जंगल में आज सुबह मुठभेड़ हुई, जब सुरक्षाकर्मी नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे। ऑपरेशन में राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की विशिष्ट कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन (सीओबीआरए) के कर्मी शामिल थे।

---विज्ञापन---

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चिंतागुफा और किस्टाराम के सीमावर्ती गांव छोटेकेड़वाल, बड़ेकेड़वाल और सिंघनमड़गू के जंगलों में किस्टाराम एरिया कमेटी के प्रभारी राजू और प्लाटून नंबर आठ के प्रभारी मासा की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। इसके अलावा लगभग 30-35 नक्सलियों की मौजूदगी और नक्सलियों द्वारा शहीद सप्ताह मनाए जाने की भी सूचना मिली थी।

मारे गए 6 नक्सली?

अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी की और उन्हें जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि एक घंटे तक चली गोलीबारी में चार से छह उग्रवादी घायल हो गए या मारे गए। अधिकारी ने कहा, “उग्रवादी घायलों या मृतकों को जंगलों में खींचने में कामयाब रहे। इलाके में तलाशी अभियान जारी है।”

---विज्ञापन---

नक्सली मना रहे हैं शदीद सप्ताह

शहीद सप्ताह के तहत कई नक्सल प्रभावित क्षेत्रों, विशेष रूप से बस्तर संभाग के सात जिलों, दंतेवाड़ा, बीजापुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, सुकमा और कांकेर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि उग्रवादी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और निशाना बनाने के लिए विभिन्न विध्वंसक गतिविधियों की योजना बना रहे हैं। माओवादियों के सप्ताह को देखते हुए राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

HISTORY

Edited By

Gyanendra Sharma

First published on: Jul 29, 2023 07:37 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें