रायपुर: केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह का कहना है कि छत्तीसगढ़ में जनजातीय सुरक्षा मंच व्दारा ईसाई धर्म अपना लेने के बाद उन लोगों को सरकार की सुविधाओं का लाभ नहीं मिलने की लगातार मांग उठाई जा रही है। जनजातीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत के नेतृत्व में इसी मांग को लेकर राजधानी रायपुर में विशाल रैली का भी आयोजन किया गया।
रेणुका सिंह ने आज बगीचा में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि इसी मांग को जनजातीय सुरक्षा मंच के अलावा अन्य ट्राईबल मंच के व्दारा भी देश के अलग अलग राज्य से उठाया जा रहा है। आदिवासी वर्ग की सुविधाओं को लेने का यह एक बड़ा मुद्दा है। इस पर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री ही कोई निर्णय ले सकते हैं।
केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह रविवार को देर शाम बगीचा पहुंची थी। यंहा जिले के अधिकारियों से चर्चा करने के बाद वो सामरबार गांव पहुंची।इसके बाद पहाड़ी कोरवाओं का झुमराडूमर गांव पहुंच कर वंहा लोगों से मुलाकात की। इस गांव में एक पहाड़ी कोरवा दम्पति ने अपने दो नन्हे बच्चों के साथ आत्महत्या करने वाले परिवार के लोगों से भी मुलाकात कर काफी देर तक उनसे चर्चा की।
उन्होंने कहा कि यह आत्महत्या या हत्या का मामला है इस पर फिलहाल पुलिस जांच कर रही है लेकिन पहाड़ी कोरवा की तरह 75 विशेष संरक्षित जनजाति है जिनकी सुरक्षा और विकास को लेकर केंद्र सरकार लगातार काम कर रही है। यंहा भी पहाड़ी कोरवाओं के मौजूदा हालात से ट्राईबल कमीशन को अवगत करा कर इनकी विशेष सुविधाओं का पूरा लाभ दिलाया जाएगा।