---विज्ञापन---

Video: गौरा-गौरी की पूजा के बाद ‘CM भूपेश बघेल को पड़े चाबुक’, जानिए क्यों?

CM Bhupesh Baghel got flogged after worship Gaura-Gauri: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल गौरा-गौरी की पूजा के लिए दुर्ग जिले के जांजगीर में पहुंचे। इस दौरान सीएम बघेल के हाथों पर चाबुक का प्रहार भी किया गया।

Edited By : Hemendra Tripathi | Updated: Nov 13, 2023 11:33
Share :

CM Bhupesh Baghel got flogged after worship Gaura-Gauri: बीते रविवार को दिवाली की रात देशभर में धूम धड़ाके के साथ इस खुशी के त्योहार को मनाया गया। वहीं, छत्तीसगढ़ में दिवाली के अगले दिन गौरा-गौरी की पूजा किए जाने की प्रथा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल खुद इस रस्म का हिस्सा हर बार बनते हैं। इसी के चलते रविवार रात मनाई गई दिवाली के बाद सोमवार की सुबह इसी रस्म को निभाते हुए सीएम भूपेश बघेल गौरा-गौरी की पूजा के लिए दुर्ग जिले के जांजगीर में पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख और समृद्धि की कामना की। इस दौरान सीएम बघेल के हाथों पर चाबुक का प्रहार भी किया गया। छत्तीसगढ़ के लोग इस मान्यता के पीछे बड़ी वजह भी बताते हैं।

 

ये भी पढ़े: Video: ‘मैं बिन मां बाप की बच्ची हूं… मुझे बचा लो’, दिवाली की रात आगरा के होटल में युवती से गैंगरेप, चीख सुनकर लोगों ने बचाई जान

पूजा के बाद सीएम को मारे गए चाबुक, लोगों ने बताई बड़ी वजह

दुर्ग के जांजगीर में दिवाली के ठीक एक दिन बाद यानी सोमवार सुबह गौरा-गौरी पूजा के दिन एक अनुष्ठान के तहत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बांह पर चाबुक मारे गए। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री बघेल हर वर्ष इस लोक अनुष्ठान में हिस्सा लेने आते हैं। छत्तीसगढ़ के लोगों के अनुसार, गौरा गौरी की पूजा के दौरान चाबुक पड़ने वाली इस रस्म के पीछे बड़ी मान्यता है। लोक मान्यताओं के मुताबिक, गौरा-गौरी पूजन के मौके पर चाबुक से किए जाने वाले प्रहार से अमंगल टल जाते हैं और खुशहाली आती है।

 

ये भी पढ़े: Uttarkashi Tunnel Accident: 40 जिंदगियों को बचाने की जंग जारी, सुरंग में फंसे मजदूरों को पाइप से पहुंचाया जा रहा खाना और ऑक्सीजन

 

‘कितना भी बड़ा आदमी हो, गौरा गौरी के आगे बराबर है’ : सीएम बघेल

आपको बता दें कि इस रस्म के तहत छत्तीसगढ़ के लोग रातभर गौरा-गौरी का निर्माण करते हैं और सुबह उनकी पूजा अर्चना करते हैं। दिवाली की अगली सुबह होने वाली पूजा के बाद घर-घर जाकर उनकी आरती ली जाती है और इस दौरान नारियल भी भेंट किया जाता है। इसी रस्म को निभाने पहुंचे सीएम बघेल ने कहा कि पूजन के साथ ही सभी की ओर से सोंटा यानी चाबुक भी लिया जाता है। चाबुक खाने के पीछे की वजह बताते हुए सीएम बघेल के कहा कि कितना भी बड़ा आदमी हो जाए, गौरा-गौरी के सामने सभी लोग बराबर ही हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिवाली के मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने एक बड़ा एलान किया है। सीएम बघेल ने ‘छत्तीसगढ़ गृह लक्ष्मी योजना’ का एलान किया है।

First published on: Nov 13, 2023 11:21 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें