रायपुर: मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण एक शासकीय योजना है। जिसका उद्देश्य शहरी स्लम इलाकों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं और लाभों का पहुंच प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत शहरी स्लम निवासियों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं। जिससे स्लम इलाकों में रहने वाले लोग ना सिर्फ इन मोबाइल मेडिकल यूनिट पर डॉक्टरों से अपना इलाज करा करा रहे है, साथ ही यहां से दवाइयां और 41 तरह के टेस्ट भी मुफ्त किए जा रहे हैं।
कई मरीजों का हुआ ईलाज
नगर पालिका परिषद महासमुन्द वार्ड क्रमांक 30 में मुख्यमंत्री स्लम के तहत लगाए गए शिविर में अपना इलाज कराने आए श्रमिक सुन्दर सोनवानी ने बताया कि मजदूरी का काम करते है कुछ दिनों से उन्हें कमजोरी और थकान बुखार भी आ रहा था। लेकिन प्राइवेट अस्पताल का खर्च वहन कर पाना मुश्किल था। जबकि शिविर में उनका इलाज मुफ़्त में हो गया। वो कहते हैं कि उन्हें अस्पताल के चक्कर भी नहीं काटने पड़े और इलाज और स्वास्थ्य की जाँच में कुछ खर्च नहीं करना पड़ा। वही सुशीला प्रधान को कुछ दिनों से हाथ-पैर में झुनझुनी एवं कमजोरी की तकलीफ थी। वह कहती है कि वाहन मोबाइल यूनिट शिविर में दोबारा जांच कराने पर उन्हें दवाई के साथ स्वास्थ टॉनिक भी दिया गया था। जिससे उन्हें बीमारी से राहत मिली हैं। हाथ-पैर में झुनझुनी एवं कमजोरी में फ़र्क़ पड़ा है। महासमुन्द शहर की ग़रीब बस्तियों के लोग इलाज करा रहे है।
मुफ्त दी जातीं हैं दवाइयां
अब तक लगभग 609 कैम्प लगा कर 46 हजार 500 मरीजों का इलाज किया है। इन मरीजों में से 7262 मरीजों का मुफ्त लैब टेस्ट किया गया है। वही 41 हजार 196 मरीज़ों को मुफ़्त दवा का वितरण किया गया है। एमएमयू में 41 प्रकार के विभिन्न लैब टेस्ट किये जाते हैं। इनमें खून, मल-मूत्र, थूक, टीबी, थायराइड, मलेरिया, टायफाईड की जांच कुशल लैब टेक्निशियन द्वारा अत्याधुनिक मशीनों से की जाती है। अब ज़िले में स्लम बस्तियों के मरीजों को मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा और बेहतर तरीक़े से मिल रही है। आधुनिक उपकरण से सुसज्जित मोबाईल मेडिकल यूनिट स्वास्थ्य सेवाएं दे रही। इस मोबाइल मेडिकल यूनिटों में एमबीबीएस डाक्टर ज़िले की स्लम बस्तियों में कैम्प लगाकर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं दे रहे है। एमबीबीएस डॉक्टर के साथ कैम्प में मुफ्त दवा वितरण के लिए फार्मासिस्ट, मुफ्त लैब टेस्ट करने के लिए लैब मरीजों तक मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा पहुंचाई जा रही है।