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छत्तीसगढ़ : वाट्सएप डीपी लगाकर बदमाशों ने 55 लाख रुपये ठगे, नोएडा से चार आरोपी गिरफ्तार

Chhattisgarh news: प्रदेश की राजधानी के तेलीबांधा थाने में डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड के सीएफओ सतीश कुमार सरावगी से वाट्सएप डीपी लगाकर 55 लाख रुपये की ठगी करने वाले चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Oct 11, 2023 23:32
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वाट्सएप डीपी लगाकर 55 लाख रुपये ठगने वाले चार आरोपी गिरफ्तार।

Chhattisgarh news: रायपुर में डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर की फोटो वाट्सएप की डीपा में लगाकर सीएफओ से लाखों रुपये की ठगी करने के आरोप में उत्तरप्रदेश के चार ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ठगों ने इमरजेंसी बताकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। अज्ञात ठग ने दो बार में 55 लाख 55 हजार 311 रुपये की ठग लिया था। शातिर ठगों ने इस पूरी वारदात को महज एक घंटे में अंजाम दिया था। पुलिस का कहना है कि आरोपित देश भर में इस तरह की कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।

पुलिस ने प्रवीण ठाकुर निवासी ग्राम करन कुदरिया थाना मरसक जिला छपरा बिहार हाल पता बीजे रेसीडेंसी सेक्टर सदरपुर उत्तर प्रदेश, आदित्य कुमार शर्मा निवासी गोसिहाया थाना बढ़रिया जिला सिवान बिहार हाल पता बीजे रेसीडेंसी सदरपुर उत्तरप्रदेश, सलाउद्दीन शेख निवासी कोसांबी गोसाई जिला कुशीनगर उत्तर प्रदेश और धनंजय सिंह निवासी छत्रपुरा थाना भटपारी जिला देवरिया उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया है।

यह कार्रवाई तेलीबांधा थाने में डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड के सीएफओ सतीश कुमार सरावगी ने दिवारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के आधार पर हुई है। प्रार्थी ने बताया कि उसे कंपनी के खातों के संचालन के लिए अधिकृत किया गया है। प्रार्थी के नंबर में 14 सितंबर को वाट्सएप पर एक मैसेज आया है। इसमें कंपनी के डायरेक्टर दिनेश कुमार पटेल की फोटो लगी थी। मैसेज में कहा गया कि 25 लाख 90 हजार 609 रुपये अमन कुमार शर्मा के एकाउंट में आरटीजीएस के माध्यम से पैसे का भुगतान कर दो। इस पर पहली किस्‍त में अमन कुमार के खाते में 25 लाख 90 हजार 609 रुपये आरटीजीएस के माध्यम से खाते में डाल दिये। इसके बाद सैफुल हुसैन के खाते में 29 लाख 64 हजार 720 रुपये डाल दिए गए।

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आरोपी कैसे निकालते हैं जानकारी
पुलिस ने बताया कि रिपोर्ट के बाद नंबर का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही जिन खातों में रकम स्थानांतरित की गई थी, उन खातों के संबंध में बैंकों से दस्तावेज लिए गए। इसके बाद आरोपितों को उत्तर प्रदेश के नोएडा में लोकेट किया गया। आरोपितों द्वारा उपयोग किए गए वाट्सएप नंबर फर्जी होने के साथ ही बैंक खातों के पते भी दूसरे स्थानों के थे। मोबाइल नंबर और खातों का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात को कारित करने के लिए किया जा रहा था। इस बीच पुलिस ने आरोपित प्रवीण ठाकुर एवं आदित्य कुमार शर्मा को नोएडा से गिरफ्तार करने में सफलता मिली।

आरोपियों के कब्जे से क्या मिला
पुलिस ने बताया कि चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित चार मोबाइल फोन, चार सिम एवं एक चेकबुक जब्त किया गया है। इसके अलावा आरोपितों के बैंक खाते में घटना से संबंधित चार लाख 50 हजार रुपये को मिला है। आरोपित प्रवीण ठाकुर और आदित्य कुमार शर्मा को नोएडा उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर ट्रांजिस्ट रिमांड पर रायपुर लाया गया है। वहीं सलाउद्दीन शेख एवं धनंजय सिंह को कुशीनगर उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर ट्रांजिस्ट रिमांड पर लाया गया।

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First published on: Oct 11, 2023 11:32 PM

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