Bastar Gets Water Resources: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार लगातार विकास कार्यों को करने में जुटी है। इसी क्रम में राज्य के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसी में छत्तीसगढ़ के सिंचाई मंत्री केदार कश्यप की पहल पर नक्सल प्रभावित बस्तर जिले को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। जहां जल संसाधन विभाग का मुख्य अभियंता कार्यालय जगदलपुर में खोलने की मंजूरी दी गई है।
बस्तर की यह लंबे समय से मांग रही है। इससे सिंचाई योजनाओं को अमल करने में तेजी आएगी। बस्तर डिवीजन में मंजूर मुख्य अभियंता कार्यालय के अंतर्गत दो अधीक्षण अभियंता कार्यालय, अधीक्षण अभियंता इंद्रावती परियोजना मंडल जगदलपुर और अधीक्षण अभियंता बोधघाट परियोजना मंडल दंतेवाड़ा और 8 संभागीय कार्यालयों का प्रशासनिक नियंत्रण होगा।
संभागों की सिंचाई परियोजनाओं का संचालन, रखरखाव और नई योजनाओं के सर्वे, रिसर्च, तकनीकी मंजूरी शासन की जल संसाधन नीतियों, प्रक्रियाओं, लक्ष्यों और उद्देश्यों को पूरे तरीके से अमल करने के लिए बड़ी, मीडियम और माइनर इरिगेशन प्रोजेक्ट के निर्माण में गति आएगी और परियोजनाओं को समय सीमा में पूरा किया जाएगा। जिससे जल के संरक्षण के साथ ही इसके उपयोग को सुनिश्चित किया जाएगा।
इस क्षेत्र के किसानों के जीवन स्तर में खुशहाली, समृद्धि आएगी। औद्योगिक विकास में प्रमुख भूमिका का निर्वहन सुनिश्चित होगा। इसके साथ ही अंतरराज्यीय जल विवाद ओडिशा राज्य के जोरानाला मुद्दे और आंध्र प्रदेश राज्य के पोलावारम जल विवाद में राज्य के हितों का संरक्षण प्रभावी रूप से किया जा सकेगा।
कई विभागों के कार्यालय हैं संचालित
वर्तमान में बस्तर डिवीजन की सिंचाई परियोजनाओं का निर्माण और रख-रखाव, मुख्य अभियंता महानदी परियोजना अंतर्गत संचालित है। बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के भोपालपट्टनम से रायपुर की दूरी 550 किमी और सुकमा जिले के कोन्टा से रायपुर की दूरी 410 किमी है। मुख्य अभियंता मुख्यालय रायपुर की दूरी अधिक होने के कारण योजनाओं का संचालन तथा रखरखाव निर्माण कार्य की मंजूरी इत्यादि में देरी होती थी।
बस्तर डिवीजन में लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, राज्य विद्युत मंडल वितरण कंपनी के मुख्य अभियंता कार्यालय संचालित हैं। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय खोलने की मांग विगत कई सालों से की जा रही है। छत्तीसगढ़ का यह छठा मुख्य अभियंता कार्यालय होगा।
यहां हैं सिंचाई के मुख्यालय
इसके पहले मुख्य अभियंता, महानदी परियोजना (Headquarters- Raipur), मुख्य अभियंता, महानदी- गोदावरी कछार (Headquarters- Raipur), मुख्य अभियंता, मिनीमाता (Hasdeo), बांगो परियोजना (Headquarters- Bilaspur), मुख्य अभियंता, हसदेव कछार (Headquarters- Bilaspur) और मुख्य अभियंता, हसदेव कछार (Headquarters-Ambikapur) हैं।
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