रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आम नागरिकों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए घर बैठे प्रमाण पत्र तथा आवश्यक शासकीय दस्तावेज बनवाने के लिए संचालित लोकप्रिय ‘‘मुख्यमंत्री मितान योजना‘‘ को प्रदेश की सभी 44 नगर पालिकाओं में लागू करने का बड़ा निर्णय लिया है। वर्तमान में यह योजना प्रदेश की 14 नगर निगमों में संचालित है।
इस योजना की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 01 मई 2022 से लागू इस योजना का लाभ अब तक 96 हजार 258 नागरिक उठा चुके हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर इस योजना के लागू होने के बाद से नागरिकों को जरूरी प्रमाण पत्र और शासकीय दस्तावेज बनवाने के लिए नगर निगम, तहसील तथा अन्य सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने के आवश्यकता नहीं रह गई है।
मुख्यमंत्री मितान योजना के तहत अब तक 96 हजार 258 नागरिकों को उनकी आवश्यकता के शासकीय दस्तावेज घर बैठे प्रदान किए जा चुके हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए अब तक 01 लाख 13 हजार 234 नागरिकों द्वारा टोल फ्री 14545 नंबर पर सरकारी दस्तावेज बनवाने के लिए कॉल किए गए हैं। योजना के लागू होने से वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं और आम नागरिकों को काफी सहूलियत हो गई है।
जन्म प्रमाण पत्र, राशन कार्ड सहित अनेक तरह के दस्तावेज कराए जा रहे उपलब्ध
मितान योजना के अंतर्गत घर बैठे मूल निवासी प्रमाण पत्र, अनुसूचित जाति जनजाति प्रमाण पत्र, अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, भूमि की रिकार्ड की नकल, मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह पंजीकरण और प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र सुधार और दुकान और स्थापना पंजीकरण संबंधी दस्तावेज मितान सेवा से प्राप्त किये जा सकते हैं। इसी तरह मृत्यु प्रमाण पत्र सुधार, विवाह प्रमाण पत्र सुधार, आधार कार्ड पंजीकरण, (5 वर्ष तक के बच्चों का) आधार कार्ड में पता एवं मोबाइल नंबर में सुधार, नया राशन कार्ड बनवाने, राशन कार्ड ट्रांसफर/सरेंडर, राशन कार्ड सुधार, नया राशन कार्ड एपीएल, राशन कार्ड गुम केस, राशन कार्ड में नाम जोड़ना/काटना, नया बीपीएल राशन कार्ड बनाने की सुविधा इस योजना के तहत प्रदान की जा रही है।
कॉल कर अप्वाइंटमेंट बुक किया जा सकता है
नागरिकों को मुख्यमंत्री मितान योजना से लाभान्वित होने के लिये योजना के टोल-फ्री नंबर 14545 पर कॉल करना होता है। इसके बाद अप्वाइंटमेंट बुक किया जाता है। तय समय और तारीख को मितान आवेदक के घर पहुंचकर आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करते हैं और टैबलेट के माध्यम से दस्तावेजों को सत्यापित कर पोर्टल पर अपलोड करते हैं। इसके बाद सत्यापित दस्तावेजों को संबंधित विभागों को ऑनलाइन भेजे जाते हैं जो आवेदक से संबंधित दस्तावेज की समीक्षा के बाद प्रमाण पत्र जारी करते हैं। प्रमाण पत्र जारी होने के बाद मितान द्वारा प्रमाण पत्र आवेदक के घर पहुंचा दिया जाता है।