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Bihar में पानी के गड्ढे में डूबने से भाई-बहन समेत 3 बच्चों की मौत, मिट्टी कैसे बनी तीनों का ‘काल’?

Sitamarhi 3 Children Died due to Drowning: तीनों बच्चे एक साथ घर से मिट्टी लाने के लिए गड्ढे के पास गए थे। गड्ढे से मिट्टी निकालने के दौरान पैर फिसलने से तीनों में से एक डूबने लगा। इसके बाद उसे बचाने की कोशिश में दो अन्य बच्चे भी डूब गए।

Edited By : Shailendra Pandey | Updated: Nov 6, 2023 12:00
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gurugram drowned
गुरुग्राम में 5 साल का मासूम डूबा।

Sitamarhi 3 Children Died due to Drowning: बिहार के सीतामढ़ी जिले से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां पानी के गड्ढे में डूबने से भाई-बहन समेत 3 बच्चों की मौत हो गई। एक ही परिवार के तीनों बच्चे गांव के पास गड्ढे से मिट्टी निकालने गए थे। बच्चों की मौत से पूरे गांव में मातम पसरा है।

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मिट्टी लाने के लिए गड्ढे के पास गए थे बच्चे

यह घटना रविवार दोपहर बाजपट्टी थाना क्षेत्र के बर्री गांव की है, जहां सरेह में चिमनी के पास तीनों बच्चे एक साथ घर से मिट्टी लाने के लिए गड्ढे के पास गए थे। गड्ढे से मिट्टी निकालने के दौरान पैर फिसलने से तीनों में से एक डूबने लगा। इसके बाद उसे बचाने की कोशिश में दो अन्य बच्चे भी डूब गए। इस दौरान भैंस चराने जा रहे लोगों की नजर डूब रहे बच्चों पर गई तो, उन लोगों ने शोर मचाया। इसके बाद लोगों ने तीनों बच्चों को गड्ढे से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

गांव में पसरा मातम

मृत बच्चों की पहचान बर्री गांव निवासी अशोक ठाकुर की पुत्री सोनी कुमारी (11) व पुत्र आदित्य कुमार (10) और जीतेन्द्र ठाकुर की पुत्री लाडली कुमारी (12) के रूप में हुई है। तीन बच्चों की मौत से गांव में हाहाकर मच गया। इसके बाद घटनास्थल के समीप सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही आरओ अभिषेक आंनद, थानाध्यक्ष पंकज कुमार व एएसआई देवेंद्र राय ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। तीनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेज दिया गया।

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तीन बच्चों की मौत के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गयी है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पीड़ित परिवार बहुत ही गरीब है। वहीं, कहा जा रहा है कि अगर बच्चों को बचाने की सही कोशिश की जाती तो, शायद वे आज जिंदा होते, क्योंकि गड्ढा ज्यादा गहरा नहीं था, जब बच्चों के डूबने के बाद शोर हुआ तो सभी घबरा गए, जिसकी वजह से उन्हें निकालने में ज्यादा समय लग गया।

 

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Written By

Shailendra Pandey

First published on: Nov 06, 2023 12:00 PM

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