Tejashwi Yadav poll boycott: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में खलबली मची हुई है। विपक्ष एसआईआर को लेकर लगातार लामबंद है। विधानसभा सत्र को चालू हुए चार दिन हो चुके हैं। चारों ही दिन विपक्ष के विधायक विरोध स्वरूप काले कपड़े पहनकर विधानसभा पहुंचे। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव बिहार में वोटर लिस्ट को लेकर बड़ा ऐलान भी कर चुके हैं। तेजस्वी ने कहा कि अगर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी हुई तो विपक्ष विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर सकता है। पिछले दो दिन में तेजस्वी यादव दो बार यह दावा कर चुके हैं। ऐसे में अब खबर है कि उनका यह दावा उनके लिए सेल्फ गोल साबित होने जा रहा है।
दबाव बनाने की रणनीति
कांग्रेस ने तेजस्वी के इस मुद्दे से किनारा कर लिया है। कांग्रेस फिलहाल इस मुद्दे पर रणनीतिक तौर से आगे बढ़ रही है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा हम इस पर विचार करेंगे और इसके बाद फैसला लेंगे। हमारे लिए सभी विकल्प खुले हैं। सूत्रों की मानें तो तेजस्वी यादव ने भी यह बयान चुनाव आयोग पर दबाव बनाने के लिए दिया था।आरजेडी सूत्रों की मानें तो तेजस्वी यादव भी चुनाव आयोग की इस प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण बता रहे हैं। ताकि विपक्ष के वोटर्स को एकजुट किया जा सके।
बीजेपी की मदद कर रहे सीईसी
कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने आगे कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त वोट चुराने के लिए भाजपा के साथ मिल गए हैं। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में 1000 मतदाताओं की जांच कराई जाए हम जांच में सब ठीक मिला तो हम एसआईआर से सहमत हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम मतदाताओं को भ्रमित नहीं कर रहे बल्कि उन्हें बता रहे हैं कि उनका वोटिंग का अधिकार छीना जा रहा है।
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एसआईआर पर सुप्रीम कोर्ट का रुख
बता दें कि एसआईआर विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की थी। जिस पर कोर्ट 28 जुलाई को अगली सुनवाई करेगा। इससे पहले पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा कि प्रक्रिया चुनाव आयोग को मिले अधिकारों के अनुसार ही है। इसके बाद विपक्ष को झटका लगा तो तेजस्वी यादव ने चुनाव बहिष्कार वाला दांव खेल दिया। ताकि आयोग पर दबाव बना सके और मुस्लिम-यादव वोटर्स को एकजुट किया जा सके।
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