कोविड-19 एक बार फिर चर्चा में है, क्योंकि इसके दो नए वेरिएंट सामने आए हैं। हालांकि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। बिहार सरकार पहले से ही पूरी तैयारी में जुट गई है और स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट कर दिया है। लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और नियमों का पालन करें। सोमवार को पटना में हुई उच्चस्तरीय बैठक में स्वास्थ्य व्यवस्था, जांच, इलाज और संसाधनों की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई। सरकार का कहना है कि वह हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
कोविड की समीक्षा के लिए हुई उच्चस्तरीय बैठक
पटना में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें कोविड-19 के नए वेरिएंट और उससे निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गई। यह बैठक स्वास्थ्य विभाग के सभागार में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने की। बैठक में राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षक, प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के प्रतिनिधि और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से AIIMS, IGIMS, ESIC, बिहटा और RMRI जैसे संस्थानों के विशेषज्ञों ने भी बैठक में भाग लिया।
नए वेरिएंट पर सरकार की नजर, डरने की नहीं जरूरत
बैठक में बताया गया कि देश में कोविड-19 के दो नए सब-वेरिएंट NB.1.8.1 और NLF.7 की पहचान हुई है। ये वेरिएंट भारत के अलग-अलग हिस्सों में देखे गए हैं, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन्हें फिलहाल “निगरानी में रखे गए वेरिएंट” की श्रेणी में रखा है, यानी इससे घबराने की जरूरत नहीं है। अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि आम जनता को सतर्क रहना चाहिए, लेकिन डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने सभी जिलों को समय पर जांच, निगरानी और इलाज की व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं।
सभी जिलों में जरूरी संसाधनों की व्यवस्था पूरी
सरकार ने सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में कोविड जांच किट, मास्क, दवाएं, ऑक्सीजन सिलिंडर और जरूरी उपकरणों की आपूर्ति पहले ही सुनिश्चित कर दी है। अपर मुख्य सचिव ने बैठक में यह भी कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता, समन्वय और जवाबदेही जरूरी है। सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल कॉलेजों को यह निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध मामले को तुरंत पहचाना जाए, जांच की जाए और जरूरत हो तो उपचार शुरू किया जाए। इसके साथ ही नियमित निगरानी और आम जनता को कोविड-19 के बारे में जागरूक करना भी जरूरी बताया गया।
जनता से सतर्क रहने और नियमों का पालन करने की अपील
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह, BMSICL के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार और संयुक्त सचिव डॉ. अनुपमा सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभी ने एकमत से यह निर्णय लिया कि राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है और किसी भी संभावित संकट से निपटने में सक्षम है। आम जनता से भी यह अपील की गई कि वे कोविड से संबंधित नियमों का पालन करें, भीड़भाड़ से बचें और सावधानी बरतें। सरकार द्वारा दी गई जानकारी और निर्देशों का पालन करने से हम इस संक्रमण पर नियंत्रण पा सकते हैं।