अमिताभ ओझा, पटना।
केंद्रीय मंत्री और लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की बड़ी मां राजकुमारी देवी ने पशुपति पारस के परिवार पर बड़ा आरोप लगाया है। राजकुमारी देवी दिवंगत रामविलास पासवान की पहली पत्नी हैं और उनके गांव खगड़िया के शहरबन्नी स्थित पुस्तैनी मकान में रहती हैं। राजकुमारी देवी के अनुसार, उन्हें घर से बाहर निकाल दिया गया और कमरे में ताला बंद कर दिया गया है। इस स्थिति में उनकी तबियत खराब हो गई है। वहीं, दूसरी तरफ पशुपति पारस के तरफ से भी उनके प्रवक्ता ने सफाई दी है।
चिराग पासवान के घर में संपत्ति विवाद
दरअसल, दिवंगत रामविलास पासवान के घर में संपत्ति विवाद का मामला गहरा गया है। उनकी पहली पत्नी ने संपत्ति में हिस्सा नहीं देने और घर से बाहर निकालने का आरोप अपने देवर पशुपति पारस की पत्नी पर लगाया है। राजकुमारी देवी के अनुसार सोमवार सुबह पशुपति पारस की पत्नी और दिवंगत रामचंद्र पासवान की पत्नी गांव वाले पुश्तैनी घर में आई और उनके कमरे में ताला लगा दी। राजकुमारी देवी का कहना है कि वे शुरुआत से ही इसी घर में रह रही हैं। उन्होंने कहा कि भले ही रामविलास पासवान ने दूसरी शादी कर ली, लेकिन इस घर में उनका बराबर का अधिकार रहा। वे इसी घर में रहती आई हैं। उन्होंने बताया कि घर में तीनों भाई रामविलास पासवान, पशुपति पारस और रामचंद्र पासवान का बराबर का हिस्सा है। इनमें रामविलास पासवान और रामचंद्र पासवान का निधन हो चुका है। 5 वर्ष पहले जमीन का बंटवारा हो गया था, लेकिन मकान का बंटवारा नहीं हुआ था।
चिराग पासवान ने पार्टी पदाधिकारियों को भेजा
इस घटना की जानकारी जब चिराग पासवान को मिली तो उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों को वहां भेजा। चिराग पासवान की पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने पूरी घटना की जानकारी दी। राजेश भट्ट ने बताया कि ‘राजकुमारी देवी के साथ उनके पैतृक ग्राम शहरबन्नी में पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के परिवार के द्वारा सरकारी बॉडीगार्ड के सहारे अचानक घरों में तालाबंदी कर घर से बेघर करने की साजिश रची गई और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया है।’ उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।
पशुपति पारस ने चिराग पर राजनीति करने का लगाया आरोप
हालांकि, पूरा मामला मीडिया में सामने आने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की तरफ से भी उनकी पार्टी के प्रवक्ता का बयान आया। लोजपा पार्टी प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने चिराग पासवान पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगाया है। श्रवण अग्रवाल ने कहा कि ‘यह गलत आरोप है कि राजकुमारी देवी को घर से निकाला गया। जबकि सच्चाई ये है कि पशुपति पारस और दिवंगत रामचंद्र पासवान की पत्नी गांव में गई तो सिर्फ एक कमरे में अपना सामान रखकर ताला बंद किया गया था। राजकुमारी देवी को निकाला नहीं गया है।’
रामविलास पासवान ने 1960 में की थी राजकुमारी देवी से शादी
बता दें की दिवंगत रामविलास पासवान ने राजकुमारी देवी से पहली शादी 1960 में की थी, जबकि दूसरी शादी उनसे तलाक लेने के बाद 1983 में रीना देवी से की थी। रामविलास ने राजकुमारी देवी से भले ही तलाक ले लिया था, लेकिन राजकुमारी देवी उनके पैतृक गांव में ही रहती आई हैं। चिराग पासवान भी अक्सर अपने पैतृक गांव बड़ी मां से मिलने आते रहते हैं।