देशभर में जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार के अहम फैसले के बाद बिहार में सियासत गर्म गई है। दरअसल, बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया जा रहा है। वहीं, अब तेजस्वी यादव के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। दरअसल, बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
#WATCH | On the caste census to be included in the national census, RJD leader Tejashwi Yadav says, “…We hope the census will be done before delimitation exercise…It is a slap on the faces of those who used to blame us for spreading casteism. Until we don’t get scientific… pic.twitter.com/pwYUTM4KB3
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) April 30, 2025
सम्राट चौधरी का तेजस्वी पर पलटवार
तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सपनों को साकार किया है। जातीय जनगणना करने का फैसला ऐतिहासिक है। इससे बिहार का खूब फायदा होगा। उन्होंने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके पास चार सांसद हैं, उन्हें किस बात के लिए क्रेडिट मिलनी चाहिए। सबको पता है कि लोकतंत्र में जनमत की सरकार होती है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। जातीय जनगणना करने का फैसला नरेंद्र मोदी की सरकार ने कैबिनेट में पास करवाया।
लालू प्रसाद पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल को काम करने का पता नहीं है। उन्हें लगता है सब जमीन हमारी ही है। लालू प्रसाद यादव कहते हैं कि 1995-96 में हमने इसे लोकसभा से पास करवाया था। आखिर उन्हें बताना चाहिए कि फिर जनगणना का काम हुआ क्यों नहीं? केंद्र में 10 साल तक लालू प्रसाद यादव के समर्थन वाली यूपीए की सरकार थी। लालू प्रसाद यादव को अपने आप बताना चाहिए कि इसका अपराधी कौन है? आखिर जब सरकार का हिस्सा थे तो जनगणना का काम क्यों नहीं हुआ?
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‘परेशान हैं विपक्ष के लोग’
वहीं विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि बिहार में जातीय जनगणना का जो फैसला लिया गया था, वह एनडीए की सरकार में लिया गया था। आज पूरे देश में जातीय जनगणना हो, एनडीए की सरकार ने फैसला ले लिया है। अब विपक्ष के हाथ में जो राजनीति का तोता था, वह तोता उड़ गया है। विपक्ष के लोग अब परेशान हैं। इसी परेशानी की वजह से अब उनकी कई भाषाएं सामने आई हैं।