---विज्ञापन---

बिहार

बिहार में बीजेपी के लिए आसान नहीं जीत की राह! जातीय समीकरणों पर डालें नजर

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। नीतीश के नेतृत्व में बीजेपी जीत की हैट्रिक लगाने का सपना देख रही है, तो विपक्ष की कमान तेजस्वी यादव के हाथ में है। हालांकि बिहार में जीत की राह आसान नहीं होने वाली है।

Author Edited By : Sakshi Pandey Updated: Mar 28, 2025 14:42
Nitish Kumar-Tejashwi Yadav
तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर साधा निशाना। (File Photo)

बिहार में विधानसभा चुनाव जल्द ही आने वाले हैं। 2025 के आखिरी महीनों तक भाजपा और कांग्रेस के बीच चुनावी युद्ध छिड़ेगा। इस बार बिहार में भाजपा का दबदबा देखने को मिलेगा या फिर कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाला विपक्षी गठबंधन बाजी मारेगा? बता दें कि बिहार राज्य में जल्द ही NDA और INDIA दोनों समूहों के बीच चुनावी घमासान होने वाला है। इस साल के आखिर तक बिहार विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पिछले कुछ सालों से जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता नीतीश कुमार की स्थिति कमजोर हुई है और बिहार में उनके खिलाफ एंटी-इनकंबेसी देखने को मिल सकती है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या नीतीश संतुलन बना पाएंगे।

पिछले चुनावों का जातीय समीकरण

जानकारी के लिए बता दें कि बिहार में जिस तरह से पहले परिणाम आ चुके हैं शायद इस वर्ष भी ऐसी ही कुछ उम्मीद है। बिहार में बड़े पैमाने पर जाति के आधार पर मतदान होता है। NDA की मुख्य पार्टी भाजपा को हिंदुओं में उच्च जातियों का समर्थन प्राप्त हुआ था। वहीं RJD को यादवों के साथ-साथ OBC और मुसलमानों का साथ मिला था। इसके अलावा पिछड़ी जातियों और महिलाओं ने नीतीश कुमार को समर्थन दिया था। खासकर शराबबंदी की वजह से बड़ी संख्या में महिलाओं ने JDU को वोट दिया था।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें- जेल में महिला कैदियों को ‘साथ सोने’ पर मिलता खाना, पीएम मोदी को चिट्ठी में बड़े खुलासे

भाजपा को हैं कई उम्मीदें

बिहार चुनाव के मद्देनजर यह सवाल पूछा जा रहा है कि जनता दल का समर्थन कम होने से सबसे अधिक फायदा किसका होगा? बता दें कि विपक्ष की ओर से श्री राजेश कुमार को राज्य पार्टी के प्रमुख के रूप में नामित किया गया है। विपक्ष के लोग उत्पीड़ित जातियों के सदस्यों को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं।

---विज्ञापन---

CM नीतीश के बेटे की एंट्री

बिहार राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने बेटे को पार्टी में लाने का फैसला किया है। राजनीतिक जानकारों को यह सुनकर आश्चर्य हुआ कि वह तो एक नौसिखिया हैं। भाजपा अभी भी नीतीश कुमार को कुशल एवं अनुभवी मुख्यमंत्री के रुप में पेश कर रही है। महाराष्ट्र में जिस तरह भाजपा को बाकी पार्टियों की तुलना में सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं, इसी प्रकार से बिहार में भी मिलने की उम्मीद हो सकती है।

तेजस्वी करेंगे विपक्ष का नेतृत्व

बता दें कि RJD का नेतृत्व लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव कर रहे हैं। नीतीश के साथ गठबंधन सरकार में बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी विपक्ष में सीएम का चेहरा हो सकते हैं। बेशक विपक्ष ने अभी तक सीएम फेस का औपचारिक ऐलान नहीं किया है, मगर कांग्रेस ने बिहार में तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।

यह भी पढ़ें- ‘ईद पर मोहब्बत बांटो, लोगों को नहीं…’, सौगात-ए-मोदी किट पर आरजेडी का पोस्टर, पीएम मोदी पर साधा निशाना

First published on: Mar 28, 2025 02:42 PM

संबंधित खबरें