नीरज त्रिपाठी/मुंगेर
Bihar Police Problem: बिहार के मुंगेर में लावारिस हालत में मिली महिला को 24 घंटे से ज्यादा वक्त बीत जाने के बावजूद सिर पर छत नसीब नहीं हो पाई, वहीं उसकी मदद के लिए स्थानीय पुलिस भी मारी-मारी फिर रही है। इस महिला और इसके साथ मौजूद पुलिस टीम की इस हालत की जिम्मेदार इलाके के एक आसरा गृह की संचालिका को बताया जा रहा है, जो कोर्ट के आदेश के बावजूद महिला को रखने से इनकार कर रही है।
7 अक्टूबर को वासुदेवपुर थाना क्षेत्र इलाके से हिरासत में ली गई थी संदिग्ध हालत में मिली महिला
मामला 7 अक्टूबर को मुंगेर के वासुदेवपुर थाना क्षेत्र इलाके से संदिग्ध हालत में मिलने के बाद हिरासत में ली गई महिला का है, जिसे अनुमंडल दंडाधिकारी ने पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र इलाके के गांधी मूर्ति रोड नंबर 10 स्थित आसरा गृह में रखने का लिखित आदेश दिया था। इस बारे में वासुदेवपुर थाने के एसआई विजय मिश्रा बताते हैं कि कोर्ट के आदेश के बाद बावजूद पटना के गांधी चौक के रोड नंबर 10 स्थित आसरा गृह संचालिका लावारिस महिला को आसरा गृह में रखने से इनकार कर रही है। हालत यह है कि पिछले 24 घंटे से वासुदेवपुर के सभी महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों जिप्सी में बैठकर सड़क पर रात गुजारी है। लगता है कि एक रात और न तो इस महिला को आसरा मिल पाएगा और न ही पुलिस टीम को राहत मिलने वाली।
यह भी पढ़ें: शराब तस्करी के आरोप में गिरफ्तार युवक की पुलिस हिरासत में मौत, ग्रामीणों ने थाने का किया घेराव
उधर, वासुदेवपुरम थाने का होमगार्ड का जवान बबलू की मानें तो उनकी सहयोगी टीम की बातों को अनसुना करते हुए आसरा गृह की संचालिका ने उन्हें चलता कर दिया और कहा कि वह ऐसा नहीं कर सकती। फिर इसके लिए चाहे डीएसपी या एसपी का ही फोन क्यों न आ जाए। हालांकि मौके पर मौजूद मुंगेर के वासुदेवपुर थाने के पुलिस कर्मियों ने अपने वरीय पदाधिकारी को इस पूरे मामले की जानकारी दे दी है और फिलहाल वरीय पदाधिकारी ने उन्हें वहीं रुकने का आदेश जारी किया है।
बिहार से ही और पढ़ें: बिहार पुलिस की शर्मनाक हरकत आई सामने, सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को नाले में फेंका
(Zolpidem)