World Weightlifting Championships 2023: पेरिस में अगले साल होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए टिकट की रेस में भारत से छह दावेदारों के नाम सामने आ गए हैं। यह छह दावेदार 4 सितंबर से सऊदी के रियाद में शुरू होने वाली वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भाग लेंगे। इसमें जीतने वाले प्रतिभागियों को पेरिस ओलपिंक का टिकट मिलेगा। इन दावेदारों में मीराबाई, अचिंता, अजीत, गुरदीप, शुभम और तानाजी शामिल हैं।
टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए सिल्वर मेडल जीतने वाली चानू भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही हैं। इसमें शामिल होने वाले खिलाड़ी अलग अलग वजन श्रेणीयों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। मीरा बाईचानू 49 किलोग्राम की श्रेणी में खेलेंगी, अचिंता 73 किलोग्राम वर्ग में अपना दम दिखाएंगी, गुरुदीप 109 किलोग्राम वर्ग श्रेणी में खेलते नजर आएंगे और ताना जी 61 किलोग्राम वर्ग श्रेणी में।
आज से शुरु हो रही इस प्रतियोगिता के लिए भारतीयों ने सोश्ल मीडिया पर टीम इंडिया को शुभकामनाएं दी, एक यूजर ने लिखा कि आशा करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक का टिकट पाने में सफल रहेंगे। इसके साथ ही एक अन्य यूजर ने लिखा कि उम्मीद करते हैं कि रियाद में भारतीय तिरंगा शान से लहराएगा। बता दें 4 सितंबर से शुरु हो रही प्रतियोगिता में प्रतिदिन 5 से 6 मुकाबले खेले जाएंगे। दो सप्ताह तक चलने वाली इस प्रतियोगिता का समापन 17 सितंबर को होगा। अंतिम दिन प्रतियोगिता में तीन मुकाबले होगें।
चानू से टोक्यो ओलंपिक की ही तरह इस बार भी पदक की उम्मीद है, इसके अलावा गुरदीप का भी पिछला सीजन शानदार रहा है। इस प्रतियोगिता में शामिल हो रहे छह खिलाडि्यों में से अगर तीन से चार भी पेरिस ओलपिंक का टिकट पाने में सफल रहे तो यह देश के लिए बड़ी सफलता होगी। यही कारण है कि इसे ओलंपिक की तैयारियों के तौर पर भी देखा जा रहा है। अगर भारतीय यहां अच्छा प्रदर्शन कर पाने में सफल रहे तो पेरिस ओलंपिक में हिन्दुस्तान की धमक रहेगी।
इसके अलावा चानू अगले महीने होने जा रही ऐशियन गेम्स प्रतियोगिता के लिए खुद को चोट मुक्त रखने की कोशिश् करेंगी, क्योंकि उन्हें अक्टूबर में ऐशियन गेम्स में खेलना है, ऐसा ना होने पर भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं में उनके खेलने पर संशय पैदा हो सकता है। यही वजह है कि वे सावधानी पूर्वक आगे बढ़ रही हैं।
निकट भविष्य में एशियन खेलों के अलावा साल 2024 में ओलपिंक खेल भी होने हैं, जिसमें उनका शामिल होना अति आवश्यक है, क्योंकि उन्होंने टोक्यो ओलपिंक में सील्वर मेडल पर कब्जा किया था। इस बार उनसे गोल्ड जीतने की उम्मीद देश कर रहा है। उनके अवाला अन्य भारतीय खिलाड़ियों की तैयारी भी दुरस्त नजर आ रही है, वे सब भी मेडल जीतने के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।