नई दिल्ली: पहलवान संगीता फोगाट ने शनिवार को बुडापेस्ट में आयोजित हंगरी रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट के तहत नॉन-ओलंपिक 59 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया। संगीता जंतर-मंतर पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले छह पहलवानों में से एक थीं।
करारी हार के साथ शुरुआत, फिर की वापसी
संगीता की शुरुआत करारी हार के साथ हुई, लेकिन उन्होंने दूसरे मुकाबले में जीत के साथ वापसी की। वह अपना सेमीफाइनल हार गईं, लेकिन अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता हंगरी की युवा विक्टोरिया बोरसोस के खिलाफ कांस्य प्ले-ऑफ में 6-2 से जीत हासिल की। पिछले साल 62 किग्रा में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीतने वाली संगीता ने अमेरिकी जेनिफर पेज रोजर्स के खिलाफ हार के साथ शुरुआत की।
आप सभी के बधाई के संदेश मुझ तक पहुँच रहे हैं इस पल पर बहुत भावुक हूँ।
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— Sangeeta Phogat (@sangeeta_phogat) July 15, 2023
केवल 80 सेकंड तक चला मैच
यह प्रतियोगिता केवल 80 सेकंड तक चली, जिसमें अमेरिकी रेसलर ने उन्हें स्कोर करने का कोई मौका नहीं दिया।आखिरकार अमेरिकी खिलाड़ी ने संगीता के खिलाफ बढ़त बनाकर जीत दर्ज कर ली। अमेरिका की ब्रेंडा ओलिविया रेयना के खिलाफ अपने अगले मुकाबले में भारतीय रेसलर इससे उबरने में कामयाब रहीं। ब्रेक में वह 4-2 की बढ़त के साथ गई और इसे मजबूत करते हुए अंततः तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर मुकाबला जीत लिया।
दूसरे पीरियड में संगीता ने एक भी अंक नहीं गंवाया
छह पहलवानों के ड्रॉ में एक जीत और एक हार ने उन्हें पोलैंड की मैग्डेलेना उर्सज़ुला ग्लोडेक के खिलाफ सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। हालांकि उनकी शुरुआत बेहतर रही, लेकिन जल्द ही ग्लोडेक हावी हो गईं और मैच जीत लिया। बोरसोस के खिलाफ कांस्य प्ले-ऑफ में संगीता ने टेक-डाउन मूव के साथ बढ़त बना ली। हंगरी की खिलाड़ी ने वापसी करते हुए स्कोर 2-2 कर दिया, लेकिन संगीता ने जल्द ही तेज और आक्रामक हमला शुरू कर दिया। बोरसोस ने अच्छा बचाव किया, लेकिन संगीता ने इसका जवाब देते हुए 4-2 की बढ़त बना ली। दूसरे पीरियड में संगीता ने एक भी अंक नहीं गंवाया और अपनी झोली में दो अंक जोड़कर कांस्य पदक हासिल कर लिया।
संघर्षशील महिलाओं को समर्पित किया मेडल
फोगाट ने ब्रॉन्ज जीतकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- आप सभी के बधाई के संदेश मुझ तक पहुंच रहे हैं इस पल पर बहुत भावुक हूं। आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया। यह मेडल सिर्फ मेरा नहीं है। सब आप सभी का मेडल है। मैं इस मेडल को दुनिया की उन सभी संघर्षशील महिलाओं को समर्पित करती हूं जो महिलाओं के विरुद्ध हुए अपराधों के ख़िलाफ़ संघर्षरत हैं।