नई दिल्ली: पाकिस्तान पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच सिगफ्रीड ऐकमैन ने पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐकमैन के अनुसार, उन्हें पिछले एक साल से वेतन का भुगतान नहीं किया गया था, जिससे टीम के साथ उनके लिए काम करना असंभव हो गया था। ऐकमैन ने कहा- ‘वादे तो बहुत किए, लेकिन पूरे नहीं किए। मैं अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करना चाहता था, लेकिन यह मेरे लिए आगे बढ़ने का समय है।
जाने माने कोच हैं सिगफ्रीड ऐकमैन
डच कोच को दिसंबर 2021 में 2026 तक पाकिस्तान के कोच के रूप में रखा गया था। उन्होंने पहले जापानी टीम के कोच के रूप में काम किया था, जिसने 2018 में एशियाई खेलों का खिताब जीतकर दुनिया को चौंका दिया था। एकमैन का वेतन जारी करने में देरी की वजह पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड (पीएसबी) और पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन (पीएचएफ) के बीच अनबन है।
तत्काल चुनावों की सिफारिश
इससे पहले चार सदस्यीय समिति ने पीएचएफ के प्रदर्शन को देखने और भविष्य के लिए महासंघ के तत्काल चुनावों की सिफारिश की थी। महानिदेशक पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड (पीएसबी) शोएब खोसो के अंडर समिति में पूर्व ओलंपियन अख्तर रसूल, शहनाज शेख और इस्लाउद्दीन सिद्दीकी शामिल थे। बैठक में निर्णय लिया गया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए एक कार्यवाहक समिति की नियुक्ति के लिए मुख्य संरक्षक, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सिफारिशें भेजी जाएंगी। समिति के सदस्यों में से एक ने द न्यूज को बताया कि असंतुष्ट पीएचएफ ने पिछली बैठक के बाद समिति द्वारा भेजे गए प्रश्नों का उत्तर देने की जहमत तक नहीं उठाई।
सभी शक्तियां पीएम के पास
एक सदस्य ने कहा- ‘हमने पिछले सात सालों के दौरान अंतरराष्ट्रीय हॉकी में पाकिस्तान के प्रदर्शन को साझा किया है और सिफारिश की है कि नई शुरुआत की सख्त जरूरत है।’ स्वतंत्र और निष्पक्ष संघ चुनाव कराने के लिए कार्यवाहक समिति का गठन किया जाना चाहिए ताकि पाकिस्तान हॉकी को सही रास्ते पर स्थापित किया जा सके। समिति ने महासंघ के असहयोगी व्यवहार पर भी लिखने का निर्णय लिया। सदस्य ने कहा- फेडरेशन ने उन सभी प्रश्नों का जवाब नहीं दिया जो उन्हें भेजे गए थे। समिति का गठन प्रधानमंत्री के सीधे आदेश के तहत किया गया है, जो मुख्य संरक्षक हैं। हॉकी मामलों पर निर्णय लेने की सभी शक्तियां पीएम के पास हैं।