India vs Australia: इंदौर के होलकर स्टेडियम में 1 मार्च से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मुकाबला खेला जाएगा। अब तक दोनों मैचों में स्पिनरों का जलवा देखने को मिला है। खास बात यह है कि तीसरे टेस्ट में भी स्पिन बॉलिंग का जलवा देखने को मिल सकता है। क्योंकि होलकर स्टेडियम में जो पिच तैयार हो रही है उसके लिए मुंबई से खास चीज बुलाई गई है।
मुंबई से बुलाई गई लाल मिट्टी
भारत अगर तीसरा टेस्ट जीतता है तो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर एक बार फिर उसका कब्जा हो जाएगा। ऐसे में 25 फरवरी से भारतीय टीम इंदौर में प्रैक्टिस के लिए जुट जाएगी। खास बात यह है इंदौर की पिच तैयार करने के लिए मुंबई से लाल मिट्टी मंगवाई गई है, मैच को लेकर कुल नौ पिच बनाई गई है, जिसमें एक पिच लाल मिट्टी की भी है।
क्यों खास होती है लाल मिट्टी ?
- लाल मिट्टी से बनी पिच काली मिट्टी की तुलना में मजबूत होती है, जो जल्दी टूटती नहीं है।
- लाल मिट्टी से बनी पिच पर स्पिन के साथ-साथ तेज गेंदबाजों को भी पर्याप्त मदद मिलती है।
- इस मिट्टी से पिच को इसलिए बनाया जाता है क्योंकि यह कई दिनों तक चलने वाले मैच के लिए होती है।
- लाल मिट्टी की पिच विकेट रोलिंग और पानी की मात्रा के द्वारा अंतर पैदा करती है।
- इस मिट्टी की पिचों पर अच्छा बाउंस मिलता है जबकि काली मिट्टी पर गेंद स्किड होती है।
पहले भी बना चुकी है लाल मिट्टी की पिच
खास बात यह है कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब इंदौर में लाल मिट्टी से पिच बनाई जा रही हो। इससे पहले भी इंदौर में लाल मिट्टी से पिच तैयार की जा चुकी है। रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले की पिच भी लाल मिट्टी से ही तैयार की गई थी। यह मैच मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश के बीच खेला गया था, खास बात यह है कि इस मैच की बात करें तो हर दिन यहां पर रोमांच बना हुआ था। क्योंकि यह पिच जल्दी टूटती नहीं है, ऐसे में इस पर बैटिंग भी शानदार होती है। यानि बॉलिंग और बैटिंग का शानदार मुकाबला होता है।
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भारत सीरीज में 2-0 से आगे
फिलहाल भारतीय टीम दोनों मुकाबले जीत चुकी है। इंडिया ने नागपुर के बाद दिल्ली टेस्ट भी महज तीन दिनों में ही जीत लिया। ऐसे में भारतीय की नजरें अब तीसरा मुकाबला जीतकर सीरीज सील करने पर होगी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा मुकाबला 1 मार्च से खेला जाएगा। 25 फरवरी तक सभी खिलाड़ी इंदौर पहुंचेंगे और उसके बाद प्रैक्टिस सेशन शुरू होगा।
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