ODI World Cup 2023: पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह का मानना है कि 2013 के बाद से आईसीसी टूर्नामेंट में टीम इंडिया की विफलता का कारण यह है कि वे इन आयोजनों में एक टीम के रूप में नहीं खेलते हैं। 2013 के बाद से, भारतीय टीम ने आईसीसी प्रतियोगिताओं (फाइनल और सेमीफाइनल) में आठ नॉकआउट मैच खेले हैं और प्रत्येक अवसर पर एक खिताब जीतने में असफल रही।
हाल ही में, भारतीय टीम ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2023 आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में हार गई। भारत 2021 में टूर्नामेंट की शुरुआत के बाद से दोनों मौकों पर डब्ल्यूटीसी इवेंट के फाइनल में पहुंचा, लेकिन ट्रॉफी उठाने में असफल रहा। अब, अगला बड़ा आयोजन 2023 वनडे विश्व कप है, जो भारत में खेला जाना तय है।
हरभजन सिंह ने बताई ये वजह
हरभजन सिंह ने न्यूज 24 के साथ एक्सल्यूसिव इंटरव्यू में कहा कि “मुझे नहीं पता, मेरे लिए यह कहना बहुत मुश्किल है कि हमारे पास क्या था और उनके पास क्या नहीं था। मेरा मानना है कि जो खिलाड़ी देश के लिए खेलते हैं, चाहे वे किसी भी युग में खेल रहे हों, उनका एकमात्र मकसद अच्छा खेलना और देश के लिए जीतना है।”
उन्होंने आगे कहा कि “हम 2015 और 2019 में सेमीफाइनल तक खेले, आईसीसी ट्रॉफी नहीं आई। दबाव झेलकर पलटवार करने की क्षमता शायद एक या दो खिलाड़ियों में ही देखी गई है। आपको एक टीम के रूप में बड़े टूर्नामेंट खेलने की ज़रूरत है।”
वर्ल्ड कप में विराट कोहली का रोल काफी बड़ा होगा- हरभजन सिंह
पूर्व क्रिकेटर ने आगे चेज मास्टर विराट कोहली को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि ये कोहली के लिए सचिन तेंदुलकर के 2011 वर्ल्ड कप जैसा होगा। इसीलिए उन पर टीम को कम दबाव देना होगा और उन्हें खुल कर बिना प्रेशर के खेलने देना होगा।