Gautam Gambhir Explains Why His World Cup Prediction for Babar Azam Didn’t Come True: वर्ल्ड कप 2023 पाकिस्तान के नजरिए से बेहद भयावह टूर्नामेंट रहा। ग्रीन टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन बाबर की अगुवाई में टीम सेमीफाइनल में भी पहुंच नहीं पाई। लीग चरण के नौ मुकाबलों में उसे केवल चार मुकाबलों में ही जीत मिली, जबकि पांच मुकाबलों में बुरी तरह से शिकस्त का सामना करना पड़ा। हाल यह रहा कि साल 1992 की चैंपियन ने अंक तालिका में पांचवें स्थान पर रहते हुए अपने सफर का अंत किया।
टूर्नामेंट के दौरान पाकिस्तान को अपने होनहार कप्तान बाबर आजम से काफी उम्मीदें थी, लेकिन वह इन उम्मीदों पर खरे उतर नहीं पाए। बाबर ने वर्ल्ड कप 2023 में अपनी टीम के लिए कुल नौ मुकाबलों में शिरकत की। इस बीच 40 की औसत से 320 रन ही बना सके। बाबर के मौजूदा छवि के मुताबिक यह प्रदर्शन कुछ खास नहीं कहा जा सकता है।
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वर्ल्ड कप 2023 के आगाज से पहले देश के पूर्व अनुभवी क्रिकेटर गौतम गंभीर ने बाबर आजम को लेकर भविष्यवाणी की थी। उनको उम्मीद थी कि बाबर के बल्ले से टूर्नामेंट में तीन से चार शतक निकल सकते हैं। हालांकि, उनकी यह भविष्यवाणी सच साबित नहीं हो सकी।
अब दो बार के वर्ल्ड कप विजेता खिलाड़ी ने बताया है कि आखिर क्यों टूर्नामेंट में बाबर आजम कुछ खास प्रभाव डालने में नाकामयाब रहे। उनका मानना है कि कप्तानी की वजह से वह दबाव महसूस कर रहे थे। पाकिस्तान के प्रमुख टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद बाबर ने कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। गंभीर का मानना है कि अब वह बिना दबाव के एक खिलाड़ी के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे।
गंभीर ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ हुई खास बातचीत के दौरान कहा, ‘अब आप बाबर आजम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देखेंगे। आपको मैदान में अलग ही बाबर देखने को मिलेगा। वर्ल्ड से पहले मैंने उनको टूर्नामेंट का सबसे बेहतर बल्लेबाज चुना था, लेकिन कप्तानी का दबाव… आप समझ सकते हैं जब टूर्नामेंट में आपकी टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर होती है तो कैसा दबाव होता है।
गंभीर का कहना है उनके पास करीब 10 साल शेष हैं और उनके ऊपर अब कप्तानी का दबाव भी नहीं है। पूर्व क्रिकेटर का कहना है, ‘अब मैदान में आप असली बाबर आजम को देखेंगे। मुझे नहीं पता कि उसके कैसे रिकॉर्ड हैं, लेकिन अब वह जबतक खेलता रहेगा, आप उसकी वास्तविक क्षमता देखेंगे। बाबर को अब कुछ भी साबित नहीं करना है। उनके अंदर पाकिस्तान का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनने का गुण विद्यमान है। अभी वह 27-28 साल के हैं और उनके ऊपर कप्तानी का दबाव भी नहीं है।’