Rashid Khan ZIM vs AFG: राशिद खान के चमत्कार के दम पर अफगानिस्तान ने दूसरे टेस्ट में जिम्बाब्वे के जबड़े से जीत को छीन लिया। 278 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे की टीम एक समय पर 157 के स्कोर पर 4 विकेट खोकर अच्छी स्थिति में नजर आ रही थी और जीत की तरफ तेजी से बढ़ रही थी। हालांकि, इसके बाद राशिद ने अपनी फिरकी का ऐसा जादू चलाया कि मेजबान टीम के बैटिंग ऑर्डर बुरी तरह से उलझकर रह गया। दूसरी इनिंग में राशिद ने जिम्बाब्वे के सात बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई, जबकि मैच में उन्होंने कुल 11 विकेट चटकाए।
राशिद ने दिलाई यादगार जीत
राशिद खान की अपनी घूमती गेंदों के दम पर अफगानिस्तान को दूसरे टेस्ट में 72 रन से जीत दिलाई। 278 रन के टारगेट का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे की पूरी टीम 205 रन बनाकर ढेर हो गई। सिकंदर रजा के विकेट ने जिम्बाब्वे की जीत को हार में तब्दील कर दिया। 157 के स्कोर पर 4 विकेट खोकर जीत की तरफ बढ़ रही जिम्बाब्वे ने अपने अगले छह विकेट सिर्फ 48 रन जोड़कर गंवा दिए। राशिद खान ने जिम्बाब्वे के बैटिंग ऑर्डर को अपनी फिरकी के दम पर तहस-नहस कर डाला। राशिद ने 27.3 ओवर के स्पेल में 66 रन खर्च करते हुए 7 विकेट अपनी झोली में डाले। इससे पहले फर्स्ट इनिंग में भी राशिद ने चार विकेट अपने नाम किए थे।
Rashid Khan magic in Bulawayo! 🪄
The leggie clinches career-best figures of 7/66 in the 2nd innings to seal the match and Afghanistan’s first-ever Test series win! 👏#ZIMvAFGonFanCode pic.twitter.com/nzFp3MRpc6
---विज्ञापन---— FanCode (@FanCode) January 6, 2025
अफगानिस्तान ने सीरीज पर जमाया कब्जा
दूसरे टेस्ट की पहली पारी में अफगानिस्तान की पूरी टीम सिर्फ 157 रन बनाकर ढेर हुई। इसके जवाब में जिम्बाब्वे ने सिंकदर रजा की 61 और क्रेग एर्विन की 75 रन की दमदार पारियों के बूते 243 रन बनाए और 86 रन की अहम बढ़त हासिल की। हालांकि, दूसरी इनिंग में रहमत शाह ने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए 139 रन की लाजवाब पारी खेली, जिसके चलते अफगानिस्तान की टीम स्कोर बोर्ड पर 363 रन लगाने में सफल रही।
मेहमान टीम ने जिम्बाब्वे के सामने जीत के लिए 278 रन का लक्ष्य रखा, जिसके पीछा करते हुए जिम्बाब्वे की टीम 205 रन पर ढेर हो गई। इस जीत के साथ ही अफगानिस्तान ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज को भी 1-0 से अपने नाम कर लिया। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अफगानिस्तान ने यह पहली बाइलेटरल सीरीज को अपने नाम किया है।