Indian Premier League 2025: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 का आगाज 22 मार्च से होने जा रहा है।सभी खिलाड़ी इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं। इसी बीच राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ अपने रिश्ते को लेकर बड़ा खुलासा किया। इस आईपीएल 2025 सीज़न में सीएसके और आरआर के बीच दो बार मुकाबला होने वाला है।पहला मुकाबला 30 मार्च को गुवाहाटी में होगा, जबकि दूसरा मैच 12 मई को चेन्नई में होगा।
धोनी को लेकर कही ये बात
स्टार स्पोर्ट्स को दिए एक इंटरव्यू में संजू सैमसन ने शारजाह में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाफ खेले गए एक आईपीएल मैच के बाद महेंद्र सिंह धोनी से अपनी पहली मुलाकात को लेकर कहा, “हर युवा भारतीय क्रिकेटर की तरह, मैं भी हमेशा एमएस धोनी के आस-पास रहना चाहता था। जब भी हम CSK के खिलाफ खेलते, मेरी इच्छा होती कि मैं उनके साथ बैठूं, उनसे बातचीत करूं और जानूं कि वह चीजों को कैसे संभालते हैं। यह मेरे लिए किसी सपने के सच होने जैसा था। मुझे याद है कि शारजाह में CSK के खिलाफ एक मैच खेला था, जिसमें मैंने लगभग 70-80 रन बनाए, टीम को जीत दिलाई और मैन ऑफ द मैच बना। इसके बाद, मुझे माही भाई से मिलने का मौका मिला और तब से हमारा रिश्ता और भी गहरा हो गया है।”
Sanju Samson talking about the Greatness of MS Dhoni 🔥
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— Johns. (@CricCrazyJohns) March 12, 2025
उन्होंने आगे कहा, ‘अब भी मैं उनसे अक्सर मिलता रहता हूं। कल ही मेरी उनसे फिर मुलाकात हुई। यह वाकई एक खास एहसास है, जहां कभी मैं उन्हें अपना आदर्श मानता था, आज उनके साथ शूटिंग और कार्यक्रमों में बैठने का मौका मिलता है। ऐसा लगता है जैसे मैं अपना सपना जी रहा हूं।” शारजाह में खेले गए उस मैच में सैमसन ने CSK के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने सिर्फ 32 गेंदों में 74 रन ठोक दिए, जिसमें नौ गगनचुंबी छक्के शामिल थे।
धोनी के रिटायरमेंट पर कही थी ये बात
सैमसन और धोनी को मैदान के बाहर भी कई मौकों पर साथ देखा गया है। हाल ही में दोनों ने स्टार स्पोर्ट्स के लिए एक मजेदार आईपीएल 2025 प्रोमो में काम किया था। इस कार्यक्रम के दौरान सैमसन ने कहा था, “जब एमएस धोनी आईपीएल खेलने आते हैं, तो लोग हमेशा पूछते रहते हैं, ‘वह कब रिटायर हो रहे हैं?’ लेकिन मैं खुद से बस यही कहता रहता हूं, ‘थोड़ा और भैया, थोड़ा और प्लीज थोड़ा और खेलिए। यही मेरे दिमाग में भी चल रहा था। सच कहूं तो, हमारी भारतीय मानसिकता ही ऐसी है कि हम हमेशा ‘थोड़ा और’ चाहते हैं।और मैं भी इससे पूरी तरह सहमत हूं।”