Science News: वैज्ञानिकों की एक टीम ने अपनी रिसर्च में पाया है कि ग्रीनलैंड हमेशा से बर्फीला इलाका नहीं था। आज से लगभग 4,16,000 वर्ष पहले तक यह पूरी तरह हरा-भरा और बर्फ से मुक्त था। उस समय यहां पर पेड-पौधे और दूसरी चीजें थी, उनमें जंगली जानवर भी रहते थे। रिसर्च में उस समय यहां उगने वाले पेड़-पौधों की पत्तियों तथा शैवालों के अंश भी मिले हैं। आपको बता दें कि ग्रीनलैंड इस धरती पर सबसे बड़ा बर्फीला इलाका है और यहां का तापमान माइनस से भी नीचे होता है।
अब तक वैज्ञानिकों का मानना था कि ग्रीनलैंड में बर्फ की चादर का निर्माण करीब 25 लाख वर्ष पहले हुआ था। इसके बाद से यहां पर बर्फ लगातार बनी हुई है, हालांकि मौसम व अन्य कारकों के चलते हो सकता है कि समय-समय पर बर्फ कम या ज्यादा होती रही हो। परन्तु नए शोध ने इस मान्यता पर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं।
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शोध में हुआ खुलासा, ग्रीनलैंड में था विशालकाय हाथियों का निवास
1960 के दशक में उत्तर-पश्चिमी ग्रीनलैंड के कैंप सेंचुरी में स्थित एक गुप्त अमेरिकी सैन्य अड्डे पर वैज्ञानिकों ने एक बर्फीले इलाके में करीब 4,560 फीट ड्रिलिंग की थी। इस दौरान बर्फ के नीचे से सैम्पल निकालने के लिए प्रयास किए गए हैं। इन सैंपल्स को बाद में फ्रीजर में रख कर छोड़ दिया गया।
इन्हें वर्ष 2017 में एक बार फिर से खोल कर निकाला गया और जांच की गई। इन्हीं सैंपल्स से ग्रीनलैंड के कभी हरे-भरे होने के तथ्य का खुलासा हुआ। वैज्ञानिकों के अनुसार यहां पर उस समय ऊनी मैमथ (विशालकाय हाथी) भी घूमा करते थे।
वैज्ञानिकों की एक टीम ने अपनी रिसर्च के लिए एकत्रित किए गए डेटा (Science News) की जांच की थी। इससे पता लगा था कि पिछले 11 लाख वर्षों में कम से कम एक बार यहां की बर्फ पिघली है। वैज्ञानिक आशंकित है कि ऐसा भविष्य में फिर हो सकता है।
अंदाजा लगाया जाता है कि यहां पर अभी लगभग 3 किलोमीटर मोटी बर्फ की परत है अगर यह पिघल गई तो दुनिया भर के समुद्रों में करीब 25 से 30 फीट पानी बढ़ जाएगा और समुद्र किनारे बसे हजारों मील के इलाकों में बसे हुए शहर, महानगर और दूसरी सभी चीजें पानी में समा जाएंगी।