नकारात्मक शक्तियां विभिन्न रूपों जैसे नकारात्मक विचार, बुरी नजर, तनाव आदि में हो सकती हैं। ये शक्तियां किसी व्यक्ति की मानसिक शांति, आत्मविश्वास, और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। ज्योतिष, मनोविज्ञान, और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखें तो कुछ लोग अपनी मानसिक स्थिति, पर्यावरण या ज्योतिषीय प्रभावों के कारण इन शक्तियों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। आइए जानते हैं कि वे कौन से लोग हैं, जिनको नकारात्मक शक्तियां अपना शिकार जल्दी बना लेती हैं?
कमजोर मानसिक स्थिति वाले लोग
जिन लोगों की मानसिक स्थिति कमजोर होती है, जैसे कि तनाव, चिंता या अवसाद से ग्रस्त लोग, वे नकारात्मक शक्तियों का शिकार जल्दी हो जाते हैं। ऐसे लोग अक्सर नकारात्मक विचारों में डूबे रहते हैं, जिससे उनकी ऊर्जा का स्तर कम हो जाता है। यह कमजोरी नकारात्मक शक्तियों को आकर्षित करती है।
नकारात्मक वातावरण में रहने वाले
जो लोग नकारात्मक वातावरण में रहते हैं, जैसे कि तनावपूर्ण कार्यस्थल, झगड़ों से भरा पारिवारिक माहौल, या नकारात्मक लोगों के बीच, वे भी इन शक्तियों के प्रभाव में आसानी से आ जाते हैं। ऐसा वातावरण व्यक्ति की ऊर्जा को कमजोर करता है और नकारात्मक शक्तियों के लिए एक प्रवेश द्वार बन जाता है।
कमजोर ग्रह स्थिति
ज्योतिष के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में सूर्य, चंद्र, या गुरु जैसे ग्रह कमजोर स्थिति में होते हैं, वे नकारात्मक शक्तियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। सूर्य आत्मविश्वास और ऊर्जा का, चंद्रमा मन और भावनाओं का व गुरु बुद्धि और सुरक्षा का प्रतीक है। यदि ये ग्रह कुंडली में नीच, पीड़ित या शत्रु राशि में हों, तो व्यक्ति नकारात्मक शक्तियों का आसानी से शिकार बन सकता है। इसके अलावा, राहु-केतु का दुष्प्रभाव भी ऐसी ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है।
आध्यात्मिक सुरक्षा की कमी
जो लोग आध्यात्मिक रूप से कमजोर होते हैं या जिनका अपने विश्वास और नैतिकता से गहरा नाता नहीं होता, वे भी नकारात्मक शक्तियों के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं। ध्यान, प्रार्थना या मंत्र जाप, व्यक्ति की आंतरिक ऊर्जा को मजबूत करते हैं। जिन लोगों में यह अभ्यास नहीं होता, उनकी आध्यात्मिक सुरक्षा कमजोर होती है, जिससे नकारात्मक शक्तियां आसानी से प्रभाव डाल सकती हैं।
अति संवेदनशील और भावुक लोग
अति संवेदनशील लोग, जो दूसरों की भावनाओं या ऊर्जा को आसानी से ग्रहण कर लेते हैं, नकारात्मक शक्तियों का शिकार जल्दी बन सकते हैं। ऐसे लोग दूसरों की नकारात्मकता को अपने ऊपर ले लेते हैं, जिससे उनकी अपनी ऊर्जा कमजोर हो जाती है।
इन कार्यों से भी नकारात्मक ऊर्जा होती है आकर्षित
शास्त्रों के अनुसार, कुछ कार्य ऐसे भी होते हैं, जो नकारात्मक शक्तियों को आकर्षित करते हैं।
रात के समय अगर कोई दूध या कोई सफेद चीज खाकर घर से निकलता है तो नेगेटिव एनर्जी का शिकार बन सकता है। इसी प्रकार अगर कोई रात के समय इत्र लगाकर निकलता है तो भी वह व्यक्ति नकारात्मक शक्तियों को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है। इसके साथ ही रात के समय श्मशान या कब्रिस्तान के आसपास जाने वाले भी नकारात्मक शक्तियों के शिकार हो सकते हैं। इस कारण इन कार्यों को करने से बचना चाहिए।
जो लोग शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ जीवनशैली अपनाते हैं, जैसे अनियमित खान-पान, नींद की कमी, या नशे की आदत, वे भी नकारात्मक शक्तियों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। स्वस्थ शरीर और मन नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने में मदद करते हैं। इसके विपरीत, अस्वस्थ जीवनशैली व्यक्ति की ऊर्जा को कमजोर करती है, जिससे नकारात्मक शक्तियां आसानी से प्रभाव डाल सकती हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्रों की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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