---विज्ञापन---

Vidura Niti: पत्नी और दोस्त तक को नहीं बतानी चाहिए ये 4 बातें, तनाव से भर जाती है खुशहाल जिंदगी!

Vidura Niti: महाभारत के एक विशेष पात्र विदुर, जिन्हें उनके ज्ञान और विद्वता के कारण बेहद प्रतिष्ठा प्राप्त थी, ने विदुर नीति पुस्तक में बताया है कि 4 बातें गुप्त रखना ही बुद्धिमानी होती है। यहां तक इन बातों को पत्नी और परम मित्र को भी नहीं बतानी चाहिए, ताकि जिंदगी खुशहाल और तनावमुक्त हो। आइए जानते हैं, क्या हैं ये बातें?

Edited By : Shyam Nandan | Updated: Feb 9, 2025 00:08
Share :
Vidura-Niti-how-to-live-happy-life

Vidura Niti: महात्मा विदुर महाभारत के एक विशेष पात्र थे, जिन्हें उनके ज्ञान और विद्वता के कारण बेहद प्रतिष्ठा प्राप्त थी। यहां तक भगवान कृष्ण, भीष्म पितामह और युधिष्ठिर भी उनसे सलाह करते थे और सुझाव मांगते थे। महाभारत में धृतराष्ट्र और विदुर के बीच एक लंबा वार्तालाप मिलता है, जिसमें जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है। इसे बाद में अलग से विदुर नीति नाम से एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया गया। बाद में इस नीति पुस्तक को अनेक भाषाओं में ट्रांसलेट किया गया, ताकि आम आदमी भी विदुर जी की नीतियों से लाभ उठा सकें।

ऐसा माना जाता है कि यदि कोई व्यक्ति सफल, समृद्ध और खुशहाल जीवन जीना चाहता है, तो उसे विदुर नीति को अवश्य पढ़ना और समझना चाहिए। विदुर नीति में कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं, जिन्हें एक समझदार व्यक्ति को अपनी पत्नी या सबसे करीबी मित्र तक से साझा नहीं करना चाहिए। यहां विदुर नीति की 4 ऐसी बातें बताई गई हैं, जिन्हें गुप्त रखना ही बुद्धिमानी होती है। जब आप इन बातों को साझा करने से बचते हैं, तो सम्मान, शांति और खुशियों से भरा जीवन जीने का अवसर मिलता है। आइए जानते हैं, क्या हैं ये बातें?

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें: Vastu Shastra: सावधान! कहीं गलत दिशा में तो नहीं लगा है आपका बिजली का मीटर, बिल भरते-भरते रहेंगे परेशान!

दान-पुण्य की बातें

विदुर नीति में यह बताया गया है कि किसी व्यक्ति को अपने दान-पुण्य से जुड़ी बातें अपनी पत्नी और सबसे करीबी मित्र तक को भी नहीं बतानी चाहिए। सबसे पहली बात तो यह है कि धर्मशास्त्रों के अनुसार, दान और पुण्य गुप्त रूप से किया जाना चाहिए। जब कोई व्यक्ति अपने दान का प्रचार करता है, तो वह अहंकार से भर सकता है, जिससे उसका वास्तविक पुण्य कम या खत्म हो जाता है। यदि लोग जान जाते हैं कि आपने दान किया है, तो वे तुलना करने लगते हैं या आलोचना कर सकते हैं। यदि पत्नी या मित्र को दान की जानकारी होती है, तो वे यह कह सकते हैं कि वह धन परिवार के लिए खर्च किया जाना चाहिए था। इससे रिश्तों में मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं और विवाद हो सकता है।

---विज्ञापन---

वेतन और आमदनी की बातें

विदुर नीति में महात्मा विदुर ने जीवन को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण नीतियां बताई हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण नीति यह है कि अपनी वेतन, कमाई और इनकम की जानकारी पत्नी या परम मित्र तक को भी नहीं बतानी चाहिए। धन से जुड़ी जानकारी गोपनीय रखने से व्यक्ति आर्थिक रूप से सुरक्षित रहता है। यदि अधिक धन होने की बात दूसरों को पता चल जाए, तो वे अनुचित अपेक्षाएं रखने लगते हैं। विशेष कर जब आपकी आमदनी की जानकारी आपकी पत्नी को पता चल जाती है, तो इससे अनावश्यक खर्च बढ़ने की संभावना रहती है, जिससे आपके घर का बजट भी बिगड़ सकता है और आर्थिक संकट आ सकता है।

पुराने काम और अतीत की बातें

विदुर नीति के अनुसार, व्यक्ति को अपने पुराने काम और अतीत की कुछ बातों को पत्नी और मित्र तक से साझा नहीं करना चाहिए। अतीत में हुई गलतियां, असफलताएं या विशेष निजी बातें यदि पत्नी या मित्र को बताई जाती हैं, तो वे बाद में विवाद या तानों का कारण बन सकती हैं। कई बार पुरानी बातें वर्तमान रिश्तों में अविश्वास और संदेह पैदा कर देती हैं। वैसी बातें जिनसे पत्नी या मित्र से जुड़ाव नहीं होता है, वे बातें यदि उन्हें बताते हैं, तो ऐसे में लड़ाई-झगड़े के दौरान वे इन बातों को आपके सामने उठा भी सकते हैं. इसलिए स्वयं का सम्मान बनाए रखने के लिए भी कुछ बातें गोपनीय रखना जरूरी होता है।

अपनी कमजोरियां और कमियां

विदुर नीति के अनुसार, अपनी कमजोरियों और कमियों को गोपनीय रखना ही समझदारी है। जब तक व्यक्ति अपनी कमजोरियां दूसरों को बताने से बचता है, तब तक उसका आत्मविश्वास बना रहता है और वह समाज में एक मजबूत और सम्मानित छवि बनाए रख सकता है। एक बुद्धिमान व्यक्ति अपनी कमजोरियों को छुपाकर, उन्हें अपनी ताकत में बदलने का प्रयास करता है। महात्मा विदुर के अनुसार, आपको अपनी कमजोरियों को कभी भी अपनी पत्नी और दोस्त तक को नहीं बतानी चाहिए। यदि व्यक्ति अपनी कमजोरियां पत्नी या मित्र को बताता है, तो वे भविष्य में उस पर पूरा भरोसा करने में झिझक सकते हैं। इससे रिश्तों में अनावश्यक संदेह और दूरियां आ सकती हैं।

ये भी पढ़ें: Asht Chiranjeevi: केवल हनुमान जी ही नहीं, हिन्दू पौराणिक कथाओं के ये 7 नायक भी हैं चिरंजीवी

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

HISTORY

Edited By

Shyam Nandan

First published on: Feb 08, 2025 06:14 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें