Shaniwar ke Upay: हिंदू धर्मा में हर दिन का अपना महत्व है। प्रत्येक दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है। शनिवार का दिन शनि देवता को समर्पित होता है। हालांकि इस दिन हनुमान जी की पूजा करना भी शुभ होता है। इसके अलावा इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से व्यक्ति के जीवन में आ रही सभी समस्याएं भी कम हो सकती हैं।
दरअसल जब व्यक्ति पर शनि देव की दृष्टि पड़ती है, तो उसके जीवन में एक के बाद एक परेशानियां आने लगती हैं। इसके अलावा उसके घर-परिवार से सुख, शांति, खुशहाली और समृद्धि चली जाती है। इसलिए जीवन में शनि देव की कुदृष्टि से बचना चाहिए। आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताएंगे जिसको अगर आप शनिवार रात में करते हैं तो रातोंरात आपकी सभी परेशानियां धीरे-धीरे खत्म हो सकती हैं। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में।
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शनिवार के चमत्कारी उपाय
1. शिव पुराण के अनुसार, शनि देव की तस्वीर या प्रतिमा को घर में कभी भी नहीं रखना चाहिए। इसलिए शनिवार की रात में आप शनि देव की तस्वीर की जगह हनुमान जी की तस्वीर अपने सामने रखें। फिर मन में शनि देव की छवि का स्मरण करें। इसके बाद उन्हें काले रंग के वस्त्र अर्पित करें। इस उपाय से आपके घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होगा। इसके अलावा जीवन में आ रही सभी समस्याएं भी धीरे-धीरे कम होने लगेंगी।
2. अगर जीवन में आपको सफलता हासिल करनी है तो इसके लिए शनिवार की रात में आप एक उपाय जरूर करें। इसके लिए शनिवार के दिन काले वस्त्र पहनें और घर में सरसों के तेल का दिपक जलाएं। इसके बाद एक बर्तन लें और उसमें एक ग्लास सरसों का तेल डालें। फिर उसे अपने मुंह के सामने रखें और उसे 5 मिनट तक देखें। इसके बाद उस तेल को शनि देवता को चढ़ा दें या किसी गरीब को दान कर दें। इसी के साथ तिल, काली उड़द या कोई भी काले रंग की वस्तु किसी गरीब को भेंट जरूर करें। इससे आपको कभी भी शनि देव की कुदृष्टि नहीं लगेगी।
3. शनिवार की रात जमीन पर एक लाल कपड़ा बिछाएं। उस पर हनुमान जी की मूर्ति रखें। फिर एक दीप जलाएं, जिसमें लाल रंग की बाती लगाएं। उसमें सरसों का तेल या चमेली का तेल डालें। साथ में मिठाई भी रखें। फिर एक मंत्र का जाप 108 बार या 51 करें। इस उपाय से रातोंरात आपकी सभी परेशानियां खत्म हो सकती हैं।
मंत्र है-
आदि राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम्।
वैदेहीहरणं जटायुमरणं, सुग्रीवसंभाषणम्।।
बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं, लंकापुरीदाहनम्।
पश्चाद् रावण कुंभकर्ण हननम्, ऐतद्धि रामायणम्।।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यता पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।