Largest Shivling In Delhi NCR: शिव भक्तों के लिए सावन माह का प्रत्येक दिन बेहद खास होता है। इस बार 22 जुलाई 2024 से सावन माह का आरंभ हो रहा है, जिसका समापन 19 अगस्त को होगा। सावन के पवित्र मास में शिव जी, मां पार्वती और शिवलिंग की विशेषतौर पर आराधना की जाती है। इस दौरान पूजा-पाठ और व्रत रखने से शिव जी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसी के साथ सावन के दौरान शिव जी को समर्पित मंदिरों में भी भक्तों की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिलती है। खासतौर पर शिव जी के प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में तो हर समय भक्तों का तांता लगा रहता है। आज हम आपको दिल्ली-एनसीआर में मौजूद शिव जी को समर्पित उस एक मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां शिवलिंग की रखवाली खुद दो नंदी महाराज करते हैं।
यहां है दिल्ली-एनसीआर का सबसे बड़ा शिवलिंग
दिल्ली एनसीआर में फरीदाबाद के सेक्टर-49 में सैनिक नामक कॉलोनी है, जिसके अंदर शिव जी को समर्पित एक प्राचीन मंदिर स्थित है। दिल्लीवासियों के बीच ये मंदिर इसलिए लोकप्रिय है, क्योंकि यहां पर जो शिवलिंग मौजूद है, उसकी लंबाई कम से कम 21 फीट है। इसी वजह से इस मंदिर के शिवलिंग को दिल्ली एनसीआर का सबसे बड़ा शिवलिंग कहा जाता है। यहां पर रोजाना शिवलिंग का जल से अभिषेक भी किया जाता है।
ये भी पढ़ें- Sawan 2024: 71 साल बाद शिव जी होने जा रहे हैं इन 5 राशियों पर मेहरबान! सावन पर बना ये महासंयोग
नंदी महाराज की है विशाल मूर्ति
शिव मंदिर में विशाल शिवलिंग के अलावा भगवान भोलेनाथ, मां पार्वती और गणेश जी की भी मूर्ती है। आमतौर पर शिव जी के किसी भी मंदिर में नंदी महाराज की एक मूर्ति होती है, लेकिन इस मंदिर में एक नहीं बल्कि नंदी महाराज की दो मूर्तियां हैं। माना जाता है कि यहां पर मौजूद नंदी महाराज की मूर्तियां मंदिर की रखवाली करती हैं।
सावन में लगता है भक्तों का तांता
धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन के दौरान जो भी भक्त इस शिव मंदिर में आकर शिवलिंग का अभिषेक करता है। भोलेबाब उसकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। इसी वजह से सावन के दौरान इस शिव मंदिर में रोजाना बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। कहा जाता है कि आज से करीब 20 साल पहले इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था, जिसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे।
ये भी पढ़ें- Sawan 2024: सावन शुरू होने से कितने घंटे पहले किन चीजों का सेवन करें बंद? जानें धार्मिक नियम
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।