Jyeshtha Purnima 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सभी पूर्णिमा की तिथि में ज्येष्ठ पूर्णिमा सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। मान्यता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा की तिथि सनातन धर्म में सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण तिथि है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूर्णिमा के दिन से किसी भी कार्य की शुरुआत करने के लिए सबसे शुभ और विशेष दिन होता है, क्योंकि पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दान का भी विशेष महत्व होता है। ज्योतिषियों के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन चंद्र देव की भी पूजा करने का विशेष महत्व है।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि के दिन कई सारे शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उपाय भी किए जाते हैं। इन उपायों को करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, साथ ही अपनी कृपा भी बनाए रखती हैं। तो आज इस खबर में जानेंगे कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कौन-कौन शुभ संयोग बन रहा है। साथ ही मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कौन-कौन सा उपाय करने चाहिए।
पूर्णिमा पर अद्भुत संयोग
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा 21 जून 2024 दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन कई तरह के शुभ योग बनने जा रहा है। जिसमें शुक्ल योग, शिव वास और ब्रह्म योग बन रहा है। साथ ही हस्त नक्षत्र में पूर्णिमा की तिथि मनाई जाएगी। ज्योतिषियों के अनुसार, इस तरह के योग कई सालों बाद देखने को मिलता है। मान्यता है कि इस शुभ योग में मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की पूजा करने से घर में धनवर्षा होती है। साथ ही मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का आशीर्वाद भी मिलता है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा उपाय
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन सच्चे मन और विधि-विधान से माता लक्ष्मी, भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। साथ ही इस दिन माता लक्ष्मी के चरणों में पीली कौड़ियां अर्पित करनी चाहिए। पूजा खत्म होने के बाद कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने से कभी भी धन की समस्या नहीं होती है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन गंगाजल में दूध मिलाकर चंद्रदेव को अर्पित करने से चंद्र देव की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही ज्येष्ठ पूर्णिमा के अगले दिन गरीबों को सफेद वस्त्र, सफेद पुष्प और सफेद नवेदय का दान करना चाहिए। इन उपायों से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। साथ ही आप पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखती हैं।
चंद्र दोष से मिलती है मुक्ति
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में चंद्र दोष है तो उन्हें गंगा दशहरा के दिन गंगाजल में हल्का दूध मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से कुंडली से चंद्र दोष की समस्या दूर हो जाती है। साथ ही घर में धन, वैभव, सुख-शांति के साथ समृद्धि की भी वृद्धि होती है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।