Dussehra: दशहरा, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, भारत में तो बड़े धूमधाम से मनाया ही जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये त्योहार केवल भारत तक ही सीमित नहीं है? दुनिया के कुछ ऐसे देश भी हैं जहां हर साल दशहरे का जश्न बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। पर कौन से हैं वो देश और क्यों वहां इस त्योहार को इतनी अहमियत दी जाती है? आइए, इस रहस्यमयी सफर पर निकलते हैं और जानते हैं उन खास जगहों के बारे में जहां दशहरा का रंग अलग ही दिखाई देता है।
श्रीलंका (Sri Lanka)
श्रीलंका को रावण की धरती कहा जाता है, क्योंकि यह माना जाता है कि रावण, जो लंका के राजा थे, यहीं पर शासन करते थे। रामायण के अनुसार, रावण ने सीता का अपहरण किया था और उन्हें लंका ले आया था। इसलिए, दशहरा के दिन यहां रामायण की घटनाओं को विशेष रूप से याद किया जाता है। यहां रामलीला का आयोजन किया जाता है, जिसमें राम और रावण के युद्ध को प्रमुखता से दर्शाया जाता है। कुछ स्थानों पर रावण का पुतला भी जलाया जाता है।
भूटान (Bhutan)
भूटान में दशहरे का त्योहार भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म से प्रेरित होकर मनाया जाता है। यह पर्व भूटानी समाज में धीरे-धीरे अपनी जगह बना चुका है, और हर साल इसे बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यहां रावण के पुतले को जलाना बुराई का नाश और अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। भूटान की संस्कृति में दशहरा अब धार्मिक और सामाजिक उत्सव के रूप में मान्यता प्राप्त कर चुका है।
मॉरीशस (Mauritius)
मॉरीशस में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग बसे हुए हैं, जिनकी संस्कृति और धर्म यहां के उत्सवों में झलकता हैं। दशहरा मॉरीशस में एक बड़ा त्योहार है और इसे रामायण की कहानियों पर आधारित धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से मनाया जाता है। यहां भी रामलीला का आयोजन किया जाता है और दशहरा के दिन रावण के पुतले को जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव भी मनाया जाता है।
इंडोनेशिया (Indonesia)
इंडोनेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है, लेकिन यहां रामायण और महाभारत जैसी भारतीय महाकाव्यों का गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। इंडोनेशिया की प्राचीन संस्कृति में रामायण की कहानियां लोकप्रिय हैं। दशहरे के दिन यहां भी रामायण के प्रमुख दृश्य प्रस्तुत किए जाते हैं और राम और रावण के युद्ध का मंचन भी होता है, जिसमें अच्छाई की जीत का संदेश दिया जाता है। बता दें यहां भी रावण के पुतले का दहन किया जाता है।
थाईलैंड (Thailand)
थाईलैंड में रामायण के थाई वर्जन ‘रामकियेन’ के नाम से लोकप्रिय हैं। यहां की लोककथाओं और मंदिरों में रामायण से जुड़ी कहानियां देखी जा सकती हैं। दशहरे के दिन थाईलैंड में रामकियेन के नाटकीय मंचन होते हैं, जिनमें राम और रावण के युद्ध को दर्शाया जाता है।
मलेशिया (Malaysia)
मलेशिया में दशहरा मुख्य रूप से भारतीय समुदाय द्वारा मनाया जाता है। यहां दशहरा पर भारतीय संस्कृति और परंपराओं के अनुसार रावण के पुतले जलाए जाते हैं और रामलीला का आयोजन होता है। भारतीय मूल के लोगों के बीच दशहरा का यह त्योहार परिवार और समुदाय के साथ मिलकर मनाया जाता है।
नेपाल (Nepal)
नेपाल में दशहरा को ‘दशैं’ के नाम से मनाया जाता है, और यह नेपाल का सबसे बड़ा और प्रमुख पर्व है। यहां देवी दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है, क्योंकि दशैं पर्व को देवी दुर्गा की महिषासुर पर विजय के रूप में भी मनाया जाता है। इस पर्व के दौरान रावण के पुतलों को जलाया जाता है, जो बुराई के अंत का प्रतीक है, और पूरे देश में इस पर्व को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।