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Vande Bharat स्लीपर की पहली तस्वीरें आई सामने, देखिए और जानें ट्रेन की खासियतें
Vande Bharat Sleeper Train Inside Photos: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के अंदर की तस्वीरें सामने आई हैं। रेल मंत्रालय ने इसके एसी फर्स्ट, एसी 2-टियर और एसी 3-टियर कोच की पहली तस्वीरें रिलीज की हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस ट्रेन के प्रोटोटाइप वर्जन का निरीक्षण कर चुके हैं।
भारतीय रेलवे की नई ट्रेन वंदे भारत स्लीपर 15 जनवरी तक तैयार हो जाएगी। इस ट्रेन के एसी फर्स्ट, एसी 2-टियर और एसी 3-टियर कोच की पहली तस्वीरें रिलीज की गई हैं। ICF ने वंदे भारत के स्लीपर कोच का प्रोडक्शन वर्जन दिखाया है। रेल मंत्रालय की प्लानिंग इस ट्रेन को 3 से 4 साल में एक्सपोर्ट करने की भी है। बेंगलुरु में भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) की फैक्ट्री में इस ट्रेन को बनाया जा रहा है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस ट्रेन के प्रोटोटाइम वर्जन का निरीक्षण कर चुके हैं। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में 16 कोच हैं। इनमें एक AC 1 कोच, 4 AC 2 कोच और 11 AC 3 कोच हैं। ट्रेन को 800 से 1200KM दूरी तक की यात्रा करने के लिए तैयार किया गया है। इसमें यात्री रात करीब 10 बजे चढ़ेंगे और सुबह डेस्टिनेशन पर पहुंच जाएंगे। यह ट्रेन मिडिल क्लास के लिए बनाई गई है। इसका किराया राजधानी के जितना ही होगा।
ट्रेन का वेट कम करने के लिए इसमें ऑस्टेनिटिक स्टील से बना कपलर मैकेनिज्म की नई टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है। कपलर से 2 कोच आपस में जोड़े जाते हैं। पहियों और रेलवे ट्रैक के बीच के हिस्से को खास तरीके से डिजाइन किया गया है। इस स्पेशल डिजाइन से ट्रेन के अंदर वाइब्रेशन कम होगी और शोर-आवाज भी कम होगी। ट्रेन के कोच और टॉयलेट अपग्रेड हुए हैं। नए सेफ्टी फीचर्स और मेंटेनेंस स्टाफ के लिए केबिन है।
वंदे भारत स्लीपर के एसी फर्स्ट कोच है में कई खास सुविधाएं हैं, जैसे गद्देदार बर्थ, ऊपरी बर्थ तक आसान पहुंच वाली सीढ़ी, पर्सनल रीडिंग लाइट, मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग सॉकेट, स्नैक टेबल आदि। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के एसी फर्स्ट कोच में आलीशान सैनिटरी फिटिंग के साथ एक मॉड्यूलर वैक्यूम टॉयलेट है। इसमें गर्म पानी की व्यवस्था के साथ यात्रियों के लिए शॉवर भी है।
यूरोपीय ट्रेनों की तर्ज पर वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में आधुनिक सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी। नई ट्रेन में आरामदायक सफर के लिए बर्थ में अतिरिक्त कुशनिंग होगी। ट्रेन की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, लेकिन यह ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी दौड़ सकती है। पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, विजुअल इन्फोर्मेशन सिस्टम, CCTV कैमरे, मॉड्यूलर पैंट्री भी है।
ट्रेन के हर कोच में ऑटोमेटिक इंटरकनेक्टिंग दरवाजे होंगे, जो ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचने पर ही खुलेंगे। ट्रेन में ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए स्पेशली डिजाइन की गई सीढ़ी भी होगी। धूल मिट्टी को अंदर आने से रोकने और बेहतर एयर कंडीशनिंग के लिए गैंगवे को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा। ट्रेन में GFRP पैनल के साथ 'क्लास-इन-क्लास' इंटीरियर होगा।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों में विमानों की तरह मॉड्यूलर बायो-वैक्यूम टॉयलेट होंगे। एक शौचालय विकलांगों के अनुकूल भी होगा, जिसमें छोटे बच्चों के लिए नैपी चेंजिंग टेबल की भी व्यवस्था होगी। ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप लॉन्च होने से पहले 3 महीनों तक टेस्टिंग से गुजरेगा। अगर टेस्टिंग सफल रही तो ट्रेन को 26 जनवरी 2025 तक लॉन्च कर दिया जाएगा।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को लॉन्च करने का भारत सरकार का खास मकसद है। इस ट्रेन से लंबी दूरी की यात्रा का समय कम करने में मदद मिलेगी। खासकर दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता जैसे लंबे रूट पर यात्रियों को आवाजाही करने में आसानी होगी। कम समय में लोग जल्दी अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे। सफर भी शानदार और आरामदायक होगा।