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How do I know if I have piles: कब्ज अगर पुरानी होने लगे और कई दिनों तक ठीक ना हो तो बवासीर हो सकता है. बवासीर एक ऐसी दिक्कत है जिसमें व्यक्ति को मलत्याग करने में दिक्कत आती है और रेक्टम यानी मलाशय में हेमोरॉइड्स (Hemorrhoids) हो सकते हैं. इन हेमोरॉइड्स में दर्द होता है और खून निकलने लगता है. ऐसे में सही ट्रीटमेंट और सही खानपान से ही बवासीर (Bawasir) की दिक्कत दूर हो सकती है. वहीं, अगर समस्या ज्यादा बढ़ जाए तो सर्जरी करके बवासीर को ट्रीट किया जाता है. बवासीर होने पर शरीर पर कुछ लक्षण भी नजर आते हैं.

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बवासीर होने पर मलत्याग करते हुए मलमार्ग या रेक्टम से खून निकलने लगता है. रेक्टम में दर्द होता है, जलन होती है और इरिटेशन महसूस होने लगती है.

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एनस के पास सूजन हो जाती है और स्किन लंप्स बन जाते हैं जिन्हें छूने पर दर्द होने लगता है. एनस से म्यूकस निकलने लगता है.

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मलत्याग सही तरह से नहीं हो पाता है. पेट में भी हर समय भारीपन महसूस होता है और मलत्याग की इच्छा होती रहती है.

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लो फाइबर फूड्स खाने पर, बहुत ज्यादा जोर लगाकर मलत्याग करने पर, क्रोनिक कब्ज (Chronic Constipation) या डायरिया होने पर, मोटापे के कारण या एनल इंटरकोर्स के कारण हेमोरॉइड्स हो सकते हैं.

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बवासीर को ट्रीट करने के लिए ज्यादा पानी पिएं, फाइबर से भरपूर चीजें खाएं, 10 से 20 मिनट तक गर्म पानी में बैठें या नहाएं और स्टूल को सॉफ्ट करने के लिए लैक्सेटिव्स खाएं.

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मलत्याग करने के बाद किसी गीले टिशू से स्किन को साफ करें. आप किसी गीले कपड़े से भी स्किन साफ कर सकते हैं जिससे मॉइस्चर बना रहे.

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बवासीर के लक्षण दिखने लगें और तकलीफ बढ़ जाए तो समय रहते चिकित्सक से संपर्क करें जिससे सही इलाज या सर्जरी करके बवासीर की दिक्कत दूर की जा सके.