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Ahoi Ashtami 2025 Rashifal: अहोई अष्टमी के व्रत से संतानवती महिलाओं की खास आस्था जुड़ी है क्योंकि ये व्रत वो अपने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य, उज्जवल भविष्य और सुखी जीवन के लिए रखती हैं. द्रिक पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है. साल 2025 में 13 अक्टूबर की दोपहर 12:24 मिनट से लेकर 14 अक्टूबर की सुबह 11:09 मिनट तक अष्टमी तिथि रहेगी. ऐसे में उदया तिथि के आधार पर इस बार अहोई अष्टमी का व्रत 13 अक्टूबर 2025, वार सोमवार को रखा जाएगा. हालांकि, ज्योतिष दृष्टि से भी अहोई अष्टमी की तिथि बेहद खास है क्योंकि इस दिन दो प्रभावशाली ग्रह मंगल और चंद्र का नक्षत्र गोचर हो रहा है. इस गोचर का कई राशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जिससे उनके जीवन में सुख, समृद्धि, धन, वैभव और ऐश्वर्या आदि का आगमन होगा. चलिए अब जानते हैं अहोई अष्टमी के दिन ग्रह गोचर के सही समय और उसके राशियों पर शुभ प्रभाव के बारे में.

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ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति माना जाता है, जो बिजली, रक्त, साहस, ऊर्जा और युद्ध के दाता हैं. वहीं, चंद्र देव व्यक्ति की मानसिक स्थिति, माता से रिश्ता, वाणी, सुख और मन का प्रतिनिधित्व करते हैं. पंचांग के अनुसार, अहोई अष्टमी के दिन यानी 13 अक्टूबर 2025 को सबसे पहले मंगल देव सुबह 9 बजकर 29 मिनट पर विशाखा नक्षत्र में गोचर करेंगे, जिसके बाद दोपहर में चंद्र देव पुनर्वसु नक्षत्र में गोचर करेंगे. सोमवार को चंद्र का गोचर दोपहर 12 बजकर 26 मिनट पर होगा.
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अहोई अष्टमी पर होने वाली ज्योतिषीय घटना से सबसे ज्यादा लाभ मेष राशि के जातकों को होगा. यदि आप किसी के साथ प्रेम संबंध में हैं तो आप उनके साथ अच्छा समय बिताएंगे. इसके अलावा आप दोनों के बीच प्यार बढ़ेगा. आने वाले दिनों में कामकाजी लोगों की आर्थिक स्थिति भी स्थिर रहेगी. वहीं, उम्रदराज जातकों की सेहत ज्यादा खराब नहीं होगी.

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मंगल और चंद्र गोचर की कृपा से कर्क राशिवालों के कुछ जरूरी कामों को गति मिलेगी. साथ ही आर्थिक स्थिति भी इस दौरान मजबूत रहने वाली है. यदि आपके घर में किसी बाहरी इंसान के कारण नकारात्मकता फैली हुई है तो उससे आपको छुटकारा मिलेगा. इसके अलावा अहोई अष्टमी के दौरान महिलाओं की सेहत सही रहेगी.
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अहोई अष्टमी के दिन होने वाले मंगल और चंद्र गोचर के सकारात्मक प्रभाव से वृश्चिक राशिवालों के जीवन में स्थिरता आएगी. अचानक धन की प्राप्ति होने से कामकाजी लोग लंबे समय से चढ़ा हुआ लोन चुका देंगे. इसके अलावा कार्यस्थल पर वातावरण अनुकूल रहेगा. जो लोग अभी तक सिंगल हैं और जिनके माता-पिता उनकी शादी के लिए योग्य साथी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें अपना हमसफर मिल सकता है.

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मेष, कर्क और वृश्चिक राशि के साथ-साथ मीन राशिवालों को भी मंगल और चंद्र गोचर से लाभ होगा. सिंगल जातकों के जीवन में पुराना प्यार वापस आ सकता है. वहीं, जो लोग शादी के बंधन में बंध चुके हैं, उनके रिश्तों में मामूली सुधार होगा. कामकाजी लोग आर्थिक मामलों में जोखिम लेने से बचेंगे, तो बड़ा नुकसान नहीं होगा.