Irregular Periods Remedies: महिलाओं के मासिक धर्म (पीरियड्स) का लेट या अनियमित होना हमेशा प्रेग्नेंसी नहीं होता। कई बार इसके पीछे दूसरी वजह भी हो सकती हैं, जिनका समय रहते ध्यान देना जरूरी है। हार्मोनल असंतुलन, तनाव, खराब लाइफस्टाइल,पोषण की कमी,अचानक वजन बढ़ना-घटना जैसी कई वजह पीरियड्स के अनियमित होने का कारण बन सकती हैं।
HT लाइफस्टाइल को दिए इंटरव्यू में गर्भगुड़ी आईवीएफ की कंसल्टेंट डॉ. प्रियंका रानी ने बताया, थोड़े समय के लिए होने वाला तनाव, जैसे एक्सरसाइज की स्पीड और टाइम बढ़ाना, हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। तनाव दो तरह का होता है, एक जो कुछ समय के लिए होता है और दूसरा जो लंबे समय तक बना रहता है। आमतौर पर लंबे समय तक रहने वाला नकारात्मक तनाव हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है और पीरियड्स को भी प्रभावित कर सकता है। आज हम आपको बताने जा जा रहे हैं कि किन बीमारियों की वजह से पीरियड्स लेट हो सकते हैं और इससे बचाव के लिए क्या उपाय अपनाने चाहिए।
तनाव पीरियड्स को कैसे प्रभावित करता है?
कंसल्टेंट डॉ. प्रियंका रानी के अनुसार लगातार काम का दबाव, वित्तीय समस्याएं या किसी दुसरे चिंता के कारण अगर तनाव लंबे समय तक बना रहता है, तो यह हमारे हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ सकता है। इससे पीरियड्स समय पर नहीं आते, ज्यादा या कम ब्लीडिंग हो सकती है और दर्द भी बढ़ सकता है।
तनाव के कारण हार्मोनल असंतुलन
तनाव के कारण शरीर में “कोर्टिसोल” नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे पीरियड्स नियंत्रित करने वाले हार्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है। कई मामलों में, इससे ओव्यूलेशन (अंडाणु निकलने की प्रक्रिया) में देरी हो सकती है या यह पूरी तरह रुक सकता है।
किन महिलाओं में यह समस्या ज्यादा होती है?
विशेष रूप से 25-35 साल की उम्र की महिलाओं में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है। देर रात तक काम करना, बिजी दिनचर्या, व्यायाम की कमी और अनहेल्दी खान-पान इस समस्या को और बढ़ा सकते हैं।
तनाव कम करने के लिए क्या करें?
- नियमित व्यायाम करें – यह तनाव कम करने में मदद करता है और शरीर को स्वस्थ रखता है।
- पर्याप्त नींद लें – हर दिन 7-8 घंटे की नींद जरूरी है।
- योग और प्राणायाम करें – ये तनाव को नियंत्रित करने के इफेक्टिव तरीके हैं।
- संतुलित आहार लें – पौष्टिक भोजन से शरीर स्वस्थ रहता है और हार्मोन संतुलित रहते हैं।
- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं – सामाजिक जुड़ाव तनाव कम करने में मदद करता है।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
- अगर आपके पीरियड्स तीन-चार महीनों तक लेट रहें।
- अगर 3-4 महीने तक पीरियड्स न आए और प्रेग्नेंसी टेस्ट नेगेटिव हो।
- अगर भूख न लगना, नींद की कमी, मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं हों।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।