Zubeen Garg Postmortom Report: मशहूर सिंगर और म्यूजिशियन जुबीन गर्ग की सिंगापुर में मौत कैसे हुई? पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सिंगापुर पुलिस की शुरुआती जांच में असली सच सामने आ गया है. सिंगापुर पुलिस बल (एसपीएफ) ने शुरुआती जांच के साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट की एक प्रति भारतीय उच्चायोग को सौंप दी है. सिंगापुर पुलिस के मुताबिक, गायक-संगीतकार जुबीन गर्ग की मौत के मामले में कोई गड़बड़ी नहीं मिली. उनकी मौत तैरते समय डूबने से हुई न कि स्कूबा डाइविंग के दौरान,जैसा कि पहले बताया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यही सच रिवील हुआ.
Guwahati, Assam: CID has registered Case No. 18/2025 under BNS Sections 61(2)/105/106(1)/103 in connection with the death of singer Zubeen Garg
Munna Prasad Gupta (Spl. DGP, CID & Head of SIT) says, "The investigation is ongoing, and as you are perhaps aware, we have arrested… pic.twitter.com/q1Juj3EjEJ---विज्ञापन---— IANS (@ians_india) October 2, 2025
इंडियन एंबेसी ने क्या कहा?
इंडियन एंबेसी का कहना है कि उसे रिपोर्ट मिल गई है. सूत्र बताते हैं कि रिपोर्ट में कहा गया है कि गर्ग की मौत डूबने से हुई. सिंगापुर पुलिस ने पहले भी 52 वर्षीय गायक की मौत में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया था.सिंगापुर ब्रॉडशीट ने यहां एलआईएमएन लॉ कॉरपोरेशन के एसोसिएट डायरेक्टर एनजी काई लिंग के हवाले से कहा, “फाउल प्ले” शब्द के लिए कोई वैधानिक परिभाषा नहीं है, लेकिन सिंगापुर पुलिस के कहने का अर्थ यह समझा जा सकता है कि उन्हें संदेह नहीं है कि गर्ग की हत्या की गई थी या इसके पीछे कोई साजिश है. 19 सितंबर को गर्ग सिंगापुर के पास सेंट जॉन्स द्वीप पर थे, जहां से उन्हें बेहोशी की हालत में पानी से बाहर निकाला गया और सिंगापुर जनरल अस्पताल ले जाया गया. उसी दिन उनकी मौत हो गई.
CID की स्पेशल टीम कर रही जांच
मशहूर गायक जुबीन गर्ग की बीते 19 सितंबर को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. पत्नी गरिमा सैकिया की मांग पर असम सरकार ने 10 सदस्यों की एसआईटी टीम का गठन किया था. मामले में उनके मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया कल्चरल फेस्टिवल’ के आयोजक श्याम कानू महंता को दिल्ली और गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले असम सीआईडी ने पुष्टि की थी कि जुबीन का मोबाइल फोन सिद्धार्थ शर्मा से बरामद किया गया है. असम सरकार ने यह भी कहा कि अगर एसआईटी की जांच से लोग संतुष्ट नहीं होते हैं तो जांच सीबीआई को सौंपी जा सकती है.
एफआईआर में लापरवाही का आरोप
जुबीन गर्ग की पत्नी गरिमा ने एफआईआर में लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है कि उनके पति को उनकी तबीयत ठीक न होने के बावजूद जबरन पानी में उतारा गया. जुबीन गर्ग की मौत को कुछ लोग हादसा तो कुछ लोग साजिश मान रहे हैं. जांच अभी भी जारी है और पुलिस अन्य तथ्यों का पता लगाने की कोशिश कर रही है ताकि यह साफ हो सके कि यह हादसा था या साजिश. वहीं इस मामले में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि ‘सरकार की तरफ से जो जांच शुरू हो चुकी है और सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि जो भी इस घटना में शामिल है उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी’.










