TrendingSanchar Saathiparliament winter sessionBigg Boss 19

---विज्ञापन---

HLFT-42 विमान से ‘भगवान हनुमान’ का स्टिकर क्यों हटाया गया? एचएएल निदेशक ने दिया जवाब

नई दिल्ली: एयरो इंडिया एविएशन प्रदर्शनी का 14वां संस्करण बेंगलुरु के येलहंका एयर बेस में चल रहा है। यह कार्यक्रम एयरोस्पेस और रक्षा उद्योगों में नवीनतम तकनीकों, उत्पादों और सेवाओं के लिए एक शोकेस है। इसमें एयरोस्पेस और रक्षा कंपनियों, सरकारी एजेंसियों और दुनिया भर के सैन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया है। भारत की प्रमुख […]

HLFT-42
नई दिल्ली: एयरो इंडिया एविएशन प्रदर्शनी का 14वां संस्करण बेंगलुरु के येलहंका एयर बेस में चल रहा है। यह कार्यक्रम एयरोस्पेस और रक्षा उद्योगों में नवीनतम तकनीकों, उत्पादों और सेवाओं के लिए एक शोकेस है। इसमें एयरोस्पेस और रक्षा कंपनियों, सरकारी एजेंसियों और दुनिया भर के सैन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया है। भारत की प्रमुख रक्षा और विमानन कंपनियों में से एक, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने इस कार्यक्रम में एक सुपरसोनिक विमान HLFT-42 का प्रदर्शन किया। प्रदर्शित HLFT-42 एयरक्रॉफ्ट से भगवान हनुमान की तस्वीर को हटा दिया है। बता दें कि एक दिन पहले HAL की ओर से हिंदुस्तान लीड इन फाइटर ट्रेनर के एक मॉडल के अनावरण किया गया था। इसके पिछले हिस्से पर भगवान हनुमान की तस्वीर दिखाई गई थी। और पढ़िएरक्षामंत्री राजनाथ सिंह बोले- LCA तेजस विमान साबित हो रहा गेमचेंजर, DRDO के काम को सराहा

मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. डीके सिंह ने दिया जवाब

अब एचएएल के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. डीके सिंह ने कहा, 'हमने विमान की ताकत दिखाने के लिए भगवान हनुमान की तस्वीर लगाई थी, लेकिन आंतरिक चर्चा के बाद हमने इसे नहीं रखने का फैसला किया, इसलिए हमने इसे हटा दिया। बता दें कि HLFT-42 एयरक्राफ्ट पहले स्वदेशी विमान HAL मारुत का उत्तराधिकारी है। मारुत भगवान पवन का दूसरा नाम है। भगवान हनुमान पवन पुत्र थे, इसलिए एयरशो में प्रदर्शित किए गए एयरक्राफ्ट पर भगवान हनुमान की तस्वीर प्रदर्शित की गई थी। भगवान हनुमान की तस्वीर के साथ लिखा गया था- ‘The Strom is Coming’ और पढ़िए220 बोइंग विमान खरीदेगा एयर इंडिया, अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden बोले- ये ऐतिहासिक समझौता

HLFT-42 के बारे में जानें सबकुछ

HLFT-42 अगली पीढ़ी का सुपरसोनिक ट्रेनर है जो आधुनिक लड़ाकू विमान प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। विमान हॉक-132 सबसोनिक ट्रेनर और मिग-21 जैसे मौजूदा ट्रेनर विमानों के बीच की खाई को मिटा देगा, जिनका उपयोग सुपरसोनिक तकनीक में पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाता है। यह फ्लाई बाय वायर कंट्रोल (FBW) सिस्टम के साथ एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (AESA), इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सूट, इन्फ्रारेड सर्च एंड ट्रैक (IRST) जैसे अत्याधुनिक एवियोनिक्स से लैस है। और पढ़िए – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें


Topics:

---विज्ञापन---