भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, पाकिस्तान ने हाल ही में स्वार्म ड्रोन से हमला करने की कोशिश की। स्वार्म ड्रोन एक साथ कई छोटे ड्रोन को जोड़कर दुश्मन पर हमला करते हैं, जिससे इनका मुकाबला करना बेहद मुश्किल हो जाता है। इन ड्रोन के द्वारा किए गए हमले में पाकिस्तान ने भारत के सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाया, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने अधिकांश ड्रोन को नष्ट कर दिया। आइए जानते हैं क्या होता है स्वार्म ड्रोन अटैक।
क्या होता है स्वार्म ड्रोन हमला?
स्वार्म ड्रोन हमला एक अत्याधुनिक तकनीक है जिसमें दर्जनों या सैकड़ों छोटे ड्रोन एक साथ मिलकर दुश्मन के ठिकानों पर हमला करते हैं। ये ड्रोन आमतौर पर एक नेटवर्क के जरिए आपस में जुड़े होते हैं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से सामूहिक निर्णय लेते हैं। स्वार्म ड्रोन इतनी बड़ी संख्या में होते हैं कि उन्हें एकसाथ रोक पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। हर ड्रोन की अलग जिम्मेदारी होती है कोई निगरानी करता है, कोई हमला करता है, तो कोई लक्ष्य की पहचान करता है। यह हमला दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को भ्रमित कर देता है और उसके अहम ठिकानों जैसे कमांड सेंटर, रडार या हथियार डिपो को बहुत तेजी से नुकसान पहुंचाता है।
पाकिस्तान ने कैसे किया हमला?
हाल ही में पाकिस्तान ने भारत के जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों पर स्वार्म ड्रोन से हमला करने की कोशिश की। रिपोर्ट्स के अनुसार यह हमला हमास के आतंकियों की रणनीति से प्रेरित बताया जा रहा है। हालांकि भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने अधिकतर ड्रोनों को सीमा में घुसने से पहले ही खत्म कर दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान के पास स्वार्म ड्रोन की संख्या कम है और उसने ईरान से मदद मांगी है, जिससे उसकी तैयारी की कमजोरी भी उजागर हो गई है।
भारत की तैयारी और जवाबी कार्रवाई
भारत ने न केवल इस हमले को नाकाम किया, बल्कि सख्त जवाब भी दिया। लाहौर और सियालकोट में भारत ने बड़ी कार्रवाई की है। साथ ही भारत के पास भी स्वार्म ड्रोन टेक्नोलॉजी मौजूद है, जिसका प्रदर्शन “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान किया जा चुका है। भारत इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और निजी कंपनियां मिलकर AI आधारित स्वार्म ड्रोन तैयार कर रही हैं। ये ड्रोन दुश्मन की सीमा में घुसकर आत्मनिर्भर तरीके से हमला करने में सक्षम होंगे।
भविष्य की लड़ाइयों में बढ़ेगा ड्रोन का महत्व
आजकल की लड़ाइयों में ड्रोन बहुत महत्वपूर्ण हथियार बन गए हैं और स्वार्म ड्रोन भविष्य के युद्धों का तरीका बदल सकते हैं। अमेरिका, चीन और रूस जैसे देशों ने इस टेक्नोलॉजी पर पहले ही बहुत काम करना शुरू कर दिया है। भारत को भी इस क्षेत्र में तेजी से काम करना होगा ताकि वह किसी भी खतरे से बच सके। इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, जामिंग सिस्टम और काउंटर-ड्रोन हथियारों का विकास भी जरूरी है ताकि हमलों को रोका जा सके। स्वार्म ड्रोन हमला सिर्फ एक नई टेक्नोलॉजी नहीं है, बल्कि यह एक नई चुनौती है और भारत को इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहना होगा।