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‘हाय हैल्लो छोड़ो हरे कृष्णा बोलो’ 4 साल के श्रीकृष्ण भक्त के दीवाने हुए बंगाल मूर्तिकार, बना डाला स्टेच्यू

4 Year Old Bhagwat Das Brahmachari Wax Statue: पश्चिम बंगाल के मशहूर मूर्तिकार सुशांत राय ने 4 साल के श्रीकृष्ण भक्त भागवत दास ब्रह्मचारी की मोम की मूर्ति बनाई है। मूर्तिकार ने कहा कि उन्हें ये नन्हें श्रीकृष्ण भक्त बहुत ही पसंद है।

Edited By : Pooja Mishra | Updated: May 15, 2024 14:58
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4 Year Old Bhagwat Das Brahmachari Wax Statue

अमर देव पासवान

4 Year Old Bhagwat Das Brahmachari Wax Statue: पश्चिम बंगाल के आसनसोल से कला को मुतमइन कर देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल आसनसोल के मोहिशीला इलाके के मशहूर मूर्तिकार सुशांत राय ने एक ऐसे बच्चे की मोम की मूर्ति बनाई, जिसने महज 4 साल की उम्र में ब्रह्मचार्य को अपना लिया और लोगों के बीच भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति का विस्तार कर रहे हैं। यह मूर्ति 4 साल के भागवत दास ब्रह्मचारी की है। सुशांत राय द्वारा बनाई गई भागवत दास ब्रह्मचारी की मोम की मूर्ति की तस्वीरें और वीडियो पर खूब वायरल हो रही हैं।

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नन्हे भागवत दास ब्रह्मचारी के फैन हैं मूर्तिकार

मूर्तिकार सुशांत राय ने बताया कि वह 4 साल के नन्हे भागवत दास ब्रह्मचारी की अद्भुत प्रतिभा के काफी बड़े कायल है। वह अक्सर सोशल मीडिया पर श्रीकृष्ण भक्त भागवत दास ब्रह्मचारी के वीडियो को देखते हैं, साथ ही उनके सतसंगी विचारों को सुनते रहते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें श्रीकृष्ण भक्त भागवत दास ब्रह्मचारी की बात बहुत अच्छी लगी, जो उन्होंने एक रिएलिटी शो में कही थी कि ‘हैलो हाय छोड़ो और हरे कृष्णा बोलो’। इसके साथ ही सुशांत राय ने कहा कि उन्हें भागवत दास ब्रह्मचारी की ABCD भी काफी लगी, जिसमें उन्होंने A फोर अर्जुन और B फोर बलराम काफी अच्छा है। सुशांत राय ने बताया कि वह भागवत दास ब्रह्मचारी इतने दीवाने हो गए थे कि खुद को रोक नहीं पाए और मोम से उनकी बना दी। उन्होंने भागवत दास ब्रह्मचारी की मोम की मूर्ति महज डेढ़ महीने बना कर तैयार की है। उन्होंने इसके लिए दिन-रात एक करके काम किया है।

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दूर-दूर से मूर्ति को देखने आ रहे लोग

श्रीकृष्ण भक्त भागवत दास ब्रह्मचारी के लिए सुशांत राय की दीवानगी इतनी ज्यादा है कि वह उनके बारे में हर बात जानते हैं। सुशांत कहते हैं कि भागवत दास ब्रह्मचारी को करीब से देखना चाहते थे। लेकिन उन्हें उनके दर्शन नहीं हो पा रहे थे। इसलिए उन्होंने उनकी मूर्ति बनाने का फैसला किया। अब भागवत दास ब्रह्मचारी की इस मूर्ति को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। उन्होंने बताया कि भागवत गोरांग इंस्टीट्यूट फॉर वैदिक एजुकेशन गुरुकुल में गुरु डाक्टर वृद्धावन चंद्र दास से शिक्षा ग्रहण भी कर रहे हैं।

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Written By

Pooja Mishra

First published on: May 15, 2024 02:58 PM

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